देहरादून/नई दिल्ली
सूडान में उत्पन्न संकट एवं परिस्थितियों के क्रम में सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार आपरेशन कावेरी के तहत भारत में वापस ला रही है।
बुधवार की रात भारत आई फ्लाइट में अन्य लोगो के साथ ही उत्तराखंड के 10 लोग भी वापस लाए गए। नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर इन 10 लोगों का उत्तराखंड के स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा और सहायक प्रोटोकॉल अधिकारी अमर बिष्ट ने स्वागत किया। भारत आने वालो में सुनील सिंह, विनोद नेगी, प्रवीन नेगी, अनिल कुमार, शीशपाल सिंह,अंकित बिष्ट, जुनेद त्यागी, जुनेद अली, इनायत त्यागी और सलमा त्यागी शमिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार, निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। यदि किसी के परिवार का कोई व्यक्ति सूडान में फंसा हुआ है तो उनके परिवार के लोगों को जिलाधिकारी कार्यालय या निकट के सरकारी कार्यालय पर तत्काल संपर्क करना चाहिए। घबराए नही सरकार पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता से फंसे लोगों को निकालने के लिए कृतसंकल्प है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सूडान में लगभग 4 हजार से ज्यादा भारतीय रहते हैं। सूडान में तख्तापलट को लेकर सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच 15 अप्रैल से लड़ाई शुरू हुई थी। WHO के अनुसार इस लड़ाई में अबतक 4072 लोग घायल हुए हैं जबकि 459 लोगो की मौत हुई है।
इसी बीच 500 से ज्यादा भारतीय सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। जिनको सउदी अरब से जेद्दाह लाया गया है। अब तक तीन बैच में 561 लोगो को जेद्दाह लाया जा चुका है।
प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ऑपरेशन कावेरी केतहत नेवी शिप्स आई एन एस सुमेघा से सूडान पोर्ट से 278 लोगो को सऊदी अरब से जेद्दाह लाया गया। इसके बाद 148 और 135 भारतीयों को इंडियन एयर फोर्स के सी 130 जे एयरक्राफ्ट से जेद्दाह लाया गया।अब भी 3 हजार से ज्यादा भारतीय वहां फंसे हुए हैं जिनको जल्दी ही एयरलिफ्ट कर भारत लाया जाएगा।