पौड़ी के धुमाकोट क्षेत्र में बीरोखाल के निकट सिमड़ी गांव के निकट बारात की बस खाई में गिरने से 32 की मौत,18 घायल, सीएम धामी मिले घायलों से, परिजनों को 2 लाख,गंभीर घायलों को 1लाख और घायलो को 50 हज़ार आर्थिक सहायता की घोषणा की

देहरादून/पौड़ी

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कोटद्वार बेस अस्पताल में सिमड़ी, पौड़ी में हुई बस दुर्घटनाग्रस्त में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कोटद्वार बेस अस्पताल में घायलों के परिवारजनों से मुलाकात कर कहा कि घायलों के ईलाज के लिये सरकार द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती घायलों के बारे में डाक्टरों से पूरी जानकारी ली।

 

मुख्यमंत्री ने सिमड़ी, पौड़ी बस दुर्घटना में फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आस-पास के ग्रामीण पहुँचे और उन्होंने घायलों को बाहर निकालने में मदद की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 अक्तूबर को उत्तरकाशी और पौङी की घटनाओं में प्रभावितों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। दोनों घटनाओं में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रूपये, गम्भीर घायल को 1-1 लाख रूपये और सामान्य घायल को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उक्तानुसार सहायता राशि प्रभावितो को तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये हैं।

 

 

जानकारी के अनुसार 4 अक्टूबर 2022 को सांय लगभग 8 बजे SDRF को धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत वीरोंखाल के पास सिमड़ी गांव में एक बारात की बस खाई में गिरने की सूचना प्राप्त हुई थी।घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF द्वारा श्रीनगर, कोटद्वार, खैरना, सतपुली व रुद्रपुर से SDRF की रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्यों हेतु निर्देशित किया गया।

 

बस में सवार यात्री बारात में गए थे जोकि लालढांग हरिद्वार से काड़ागांव वापिस आ रहे थे, जिसमें लगभग 45-50 लोग सवार थे। वीरोंखाल से आगे सिमड़ी गांव के पास मोड़ काटते समय बस अचानक अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।

 

घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस व लोगों द्वारा 9 लोगों को निकाल लिया गया था, जिसमे से 6 घायलों को बीरोंखाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है व 1 गंभीर घायल को कोटद्वार हेतु रेफर किया गया है। अन्य 2 व्यक्तियों की स्थिति सामान्य है।

 

SDRF रेस्क्यू टीमों द्वारा रात्रि के घनघोर अंधेरे व अत्यधिक विषम परिस्थितियों में लगभग 500 मीटर गहरी खाई में रोप बांधकर में उतरा गया जहाँ से स्ट्रैचर द्वारा एक- एक कर के घायलों व मृतकों को निकाला गया।

 

कल से लगातार चल रहे रेस्क्यू कार्य में इंस्पेक्टर बालम सिंह बजेली, SDRF के नेतृत्व में SDRF रेस्क्यू टीमों द्वारा NDRF, फायर सर्विस, सिविल पुलिस व अन्य के साथ समन्वय स्थापित करते हुए रेस्क्यू कार्य किया गया। अत्यधिक विषम परिस्थितियों में SDRF टीम द्वारा रिवर क्रासिंग तकनीक का प्रयोग करते हुए रोप स्ट्रैचर के माध्यम से वर्तमान समय तक 23 शवों (17 पुरुष, 05 महिला, 1 बच्चा) को खाई से निकाल कर मुख्य मार्ग तक पहुँचाया जा चुका है व अन्य को निकालने के लिए भी प्रयासरत है।

रेस्क्यू टीम द्वारा काम पूरा करने के बाद बताया गया कि 30 मृतकों व 20 घायलों को निकाला गया है। जबकि 20 घायलों में से 2 व्यक्तियों की हॉस्पिटल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी। 50 यात्रियोंमे से कुल 32 मृतक और 18 घायल हुए हैं।

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