एम्स लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए वर्ल्ड क्लास इजाफा करता जा रहा है…पद्मश्री रविकांत

 

अ​खिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश ने रेडियोलाॅजी विभाग में मरीजों की सुविधा के लिए अत्याधुनिक तकनीकि पर आधारित विभिन्न मशीनें स्थापित की हैं। जिससे उपचार के लिए एम्स अस्पताल में भर्ती मरीजों को एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट कुछ ही समय में प्राप्त की जा सकेगी, इसके साथ ही उक्त मशीनों से अन्य कई तरह के लाभ भी मिल सकेंगे।

एम्स ऋषिकेश में देश के विभिन्न प्रांतों से उपचार कराने के लिए मरीजों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। जिसके मद्देनजर एम्स प्रशासन संस्थान में वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा कर रहा है। अतिअत्याधुनिक सुविधाओं की इसी फेहरिस्त में संस्थान में आधुनिक मशीनों के स्थापित होने से चिकित्सकों को मरीजों की जटिल बीमारियों के सटीक विश्लेषण में मदद मिल सकेगी,जिसका सीधा लाभ मरीजों को मिल सकेगा। संस्थान के रेडियोलाॅजी विभाग में हाल ही में कई नई मशीनों को स्थापित किया गया है। जिनमें डिजिटल पोर्टेबल एक्स-रे मशीन और रेडियोफ्रिक्वेंसी एबलेशन सिस्टम खासतौर से शामिल है।

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि विभिन्न रोगों के इलाज के दौरान कई मामलों में मरीजों को एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड से संबं​धित रिपोर्ट्स के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। जिससे मरीजों का उपचार भी विलंब से शुरू हो पाता है। इस समस्या के मद्देनजर रेडियोलाॅजी विभाग में नई तकनीक की कई मशीनें स्थापित की गई हैं। जिनका लाभ सीधेतौर पर मरीजों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि एम्स का प्रयास है कि प्रत्येक गरीब व जरुरतमंद व्यक्ति को संस्थान में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।

संस्थान में स्थापित मशीनों के बाबत निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि डिजिटल पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से अब एक ही समय में वार्ड में भर्ती कई मरीजों के बेहतर स्तर के एक्स-रे किए जा सकेंगे। इस मशीन से कई मरीजों के एकसाथ एक्स-रे करने की सुविधा उपलब्ध होने के साथ ही नई मशीन की कार्यक्षमता से लोगों की बीमारियों की जांच भी तेजी से हो सकेगी। यह मशीन कुछ ही समय में 50 से 100 एक्स-रे करने में सक्षम है। विभाग में स्थापित दूसरी मशीन के बाबत उन्होंने बताया कि डिजिटल फ्लैट पैनल फ्ल्यूरोस्काेपी कम रेडियोग्राफी सिस्टम कैंसर, मूत्र रोग, गैस्ट्रोओंकोलॉजी व गैस्ट्रो सर्जरी के लिए उपचार की दृष्टि से तकनीकीतौर पर विशेष लाभदायक है। खासतौर से कैंसर और मूत्र रोग के मरीजों में रोग की स्थिति का पता लगाने और शरीर में रोग की जगह चिह्नित करने में यह मशीन कारगर परिणाम देती है।

रेडियोडायग्नोसिस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. पंकज शर्मा ने बताया कि विभाग में स्थापित काॅन्ट्रास्ट एनास्ड अल्ट्रासाउंड एंड फ्यूजिंग इमेजिंग से कैंसर रोग की गहनता से जांच करने में मदद मिलेगी। जबकि एचएलडी जेनरेटर सिस्टम कोविड-19 के उपचार में खासतौर से लाभदायक रहेगा। एचएलडी जेनरेटर के बाबत डा. पंकज शर्मा बताया कि ऑपरेशन थिएटर में यह मशीन कीटाणुओं से संक्रमण के खतरे को न्यूनतम करने में सहायक है। ओटी को यह 5 से 10 मिनट के दौरान ही कीटाणुरहित कर देती है। इस मशीन से होने वाले कई अन्य फायदे गिनाते हुए बताया गया कि ऑपरेशन थिएटर में कार्य करने वाले हेल्थ केयर वर्कर और मरीज दोनों के स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभप्रद होने के साथ ही यह पर्यावरण के लिहाज से भी फायदेमंद है।
उन्होंने मैक्सियो वीटू रोबेटिक नेविगेशन सिस्टम और रेडियोफ्रिक्वेन्सी एबलेशन सिस्टम के बारे में विस्तारपूर्वक से जानकारी दी व दोनों सिस्टम्स को कैंसर जैसे गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों के गहन उपचार में लाभदायक बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.