भारत-नेपाल बॉर्डर के 96 गांवों के 23000 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर लौटी एम्स की टीम…संयोजक प्रभात पांडे

देहरादून/ऋषिकेश भारत-नेपाल सीमा पर चिकित्सकीय सेवा के तीन दिवसीय दौरे के बाद एम्स ऋषिकेश की टीम वापस लौट गई है। नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन अवध एवं कानपुर प्रांत की अगुवाई में, आरोग्य भारती, विद्या भारती, भारत नेपाल मैत्री संघ एवं यूथ मेडिकोज के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय गुरु श्री गोरक्षनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा के तहत चिकित्सकों ने तीन दिन में करीब 23 हजार मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया व उन्हें विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरुक किया। चिकित्सकीय टीम ने छह दिसंबर से भारत-नेपाल सीमा से सटे वि​भिन्न गांवों का तीन दिवसीय भ्रमण किया व क्षेत्रवासियों को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरुक किया। गुरु श्री गोरक्षनाथ स्वास्थ सेवा यात्रा के तहत देवी पाटन मंदिर बलरामपुर में वृहद सुपर स्पेशलिटी निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें एम्स ऋषिकेश, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, अयोध्या मेडिकल कॉलेज, बस्ती मेडिकल कॉलेज, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज, शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज, बांदा मेडिकल कॉलेज, जीएसवीएम कानपुर, गया मेडिकल कॉलेज, मायो मेडिकल कॉलेज आदि देश के बड़े चिकित्सा संस्थानों के करीब 88 चिकित्सकों एवं 188 मेडिकल छात्रों ने प्रतिभाग किया ।

चिकित्सा शिविर में बाल रोग विशेषज्ञ, शल्य चिकित्सा, नेत्र रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग, दंत रोग, ब्लड कैंसर, सामान्य चिकित्सा विशेषज्ञ एवं आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं दी। शिविर में कुल 9687 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया गया। इस दौरान चिकित्सकों ने उन्हें ओरल हाइजीन, जनरल हाइजीन, एनीमिया, हाईपरटेंशन जैसी तमाम बीमारियों के बारे में जागरूक किया।

शिविर में मरीजों के सीबीसी ऑटोमेटेड अकाउंट की जांच, टीबी, सीबीनैट, शुगर व ब्लड प्रेशर की निशुल्क जांच भी की गई ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति व नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर एमएलबी भट्ट व निर्देशक राम मनोहर लोहिया लखनऊ ने विशेषरूप से शिरकत की। स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने विभिन्न मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य सेवा यात्रा में शामिल हुए चिकित्सकों एवं चिकित्सा विज्ञान से जुड़े छात्र- छात्राओं का अभिनंदन किया और उम्मीद जताई कि दूरदराज के इलाकों के लिए खासतौर से शुरू की गई इस चिकित्सा सेवा यात्रा से लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरुक होंगे और भविष्य में इसके सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा ।

यात्रा के संयोजक डा. प्रभात पांडे ने बताया कि स्वास्थ्य यात्रा के माध्यम से पहले दो दिन में उत्तरप्रदेश के छह जिलों क्रमशः महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी एवं बहराइच के 96 गांवों में चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया और जिनमें कुल 23,000 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। साथ ही लगभग 50,000 लोगों से विभिन्न विषयों पर बातचीत एवं जागरूक किया गया। इनमें आम नागरिकों के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों के ​शिक्षक व छात्र- छात्राएं शामिल हैं।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशलजी, राजा दशरथ मेडिकल कॉलेज अयोध्या के प्रधानाचार्य प्रो. विजय कुमार, प्रो. जीपी सिंह, प्रो. पूरन चंद, प्रो. विभा, प्रो. विक्रम, एम्स ऋषिकेश के डा. विनोद, डॉ. मनु, डॉ. रवि राज, डा. अल्का, डा. कपिल शर्मा आदि ने सहयोग किया।

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