नगर निगम की स्वच्छता समितियों में काम कर रहे कर्मचारियों पर पार्षद से मिलकर निगम को चुना लगाने का आरोप

देहरादुन

नगर निगम बोर्ड द्वारा नगर निगम देहरादून के 100 बार्डो के सभी पार्षदो को 5 अतिरिक्त मौहल्ला स्वच्छता समिति के स्वेच्छकों को रखने और उनसे सेवा लेने का अधिकार दिया गया था ।

कौलागढ़ निवासी विनोद जोशी सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अन्तगत मौहल्ला स्वच्छता समिति में रखे गये सभी 100 वार्डों की जानकारी मांगी थी। लोक सूचना अधिकारी/ मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम द्वारा पत्राक सं0 913 (H) 25 फरवरी को उपलब्ध करायी गयी जानकारी का अवलोकन करने पर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस स्वेच्छको को रखने में फर्जीवाडा हुआ है।

उदाहरण के तौर पर वार्ड न0 31 में सूची में दर्शाए गये सफाई कर्मधारी बाबू लाल पुत्र जीत राम उर्फ बल्ली, 15 प्रेमपुर माफी कौलागढ़ देहरादून एवं राजेन्द्र थापा पुत्र धन बहादुर थापा उर्फ रिठठू प्रेमपुर माफी कौलागंढ देहरादून दोनो सफाई का कोई भी कार्य नहीं करते है इन दोनो की अच्छी तरह जानते पहचानते है ऐसे ही दुसरे वार्डो के कर्मचारीयों के नामों पर गौर करें तो अधिकतर पार्यो में कर्मचारी उच्च कुल के दिखाए गये है ऐसे में साफ है कि पार्षदो ने अपने रिश्तेदारो को कर्मचारी दिखाकर सरकारी धन का दुरूपयोग किया है यह सभी स्वच्छक पार्षदो के खास है जो कि स्वच्छता का कार्य कर ही नहीं रहे हैं जिसमें वार्ड न0 1 में रोहित क्षेत्री पुत्र दिल बहादुर क्षेत्री वार्ड 2 में निस्चल क्षेत्री पुत्र महबहादुर क्षेत्री, वार्ड न0 8 में महेश नैथानी पुत्र सुरेन्दर प्रसाद नैथानी, वार्ड 20 में सुमित दिवाकर पुत्र जगमोहन दिवाकर, अमन घाचर पुत्र सुमेर चोटियाल, संजू श्रीवास्तव पुत्र शतुगन सिंहा वार्ड 29 में राहुल गिल पुत्र अजय कुमार गिल वार्ड 31 में बाबू लाल पुत्र जितराम उर्फ बल्ली, राजेन्द्र थापा पुत्र धनबहादुर थापा उर्फ रिठलू वार्ड 33 में विजय पुत्र योगेश्वर प्रसाद ध्यानी, वार्ड 35 में रामक्रिथ पुत्र मुखराज प्रजापती, वार्ड 50 में राहुल महेतो पुत्र मदन महतो वार्ड 52 में हर्षमणी चमोली पुत्र आनंद चमोली वार्ड 60 में राजेन्द्र बडोला पुत्र भवानी दत्त, वार्ड 61 में अंकित क्षेत्री पुत्र जगबहादुर क्षेत्री, वार्ड 62 में आशा कौर पुत्र सुखवीर सिह, वार्ड 64 में यामू यादव पुत्र सियाराम, उर्मिला दुबे पत्नी वशिष्ठ दुबे एवं छटंगी देवी पत्नी भरत सिंह रावत, शौमित थापा पुत्र शिवेन्द्र थापा वार्ड 66 में रणजीत गुरूग पुत्र धनबहादुर गुरूग, वार्ड 67 में शुभम लखेडा पुत्र विधाप्रसाद, पारस लखेडा पुत्र ललिता प्रसाद, उपकान्त पुत्र ललिता प्रसाद, अगर सिंह विष्ट पुत्र अज्ञात, जिदेन्द्र रावत पुत्र हरेन्द्रर सिंह रावत, वार्ड 68 में रितु पत्नी रति वर्मा, सौरभ पास्वान पुत्र राजू, विरेन्द्रर गुरुग पत्र सुरेन्द्रर रिंह गुरूंग राजेश रावत पुत्र शभू सिंह रावत, वार्ड 75 में मौहम्मद रईस पुत्र अब्दुल हामिद, बिलाल पुत्र मौहम्मद रईस, वार्ड 76 में संदीप कुमार यादव पुत्र राजेश कुमार यादव, वार्ड 77 में मुन्नी पत्नी अलीशान, अकतर अली पुत्र असकर अली, अली शान पुत्र जीमल, वार्ड 78 में शुभव वर्मा पुत्र रमेश कुमार वर्गा, नितिन वर्मा पुत्र राम सिंह वर्मा, वार्ड 87 में अमित वर्मा पुत्र रतन लाल, बार्ड 88 में समीर पुत्र दिलशाद, शैफ अली पुत्र दिलशाद, चाड 93 में नितिन नौटियाल पुत्र सिधानंद, वार्ड 94 में सुनील जूयाद पुत्र विश्या दत्त जुयाल, कुनाल चौनियाल पुत्र राजू चौनियाल, आर्यन सेमवाल पुत्र जे०पी० सेमवाल, अभिषेक थपलियाल पुत्र गोविन्द राम थपलियाल, रितेश कुमार शर्मा पुत्र राजेश कुमार शर्मा, वार्ड 95 में दिनेश सिंह पुडीर पुत्र पुस्कर सिंह पुण्डीर, राजेश कौशल पुत्र राधे श्याम कौशल, वार्ड 96 में मोहित थापा पुत्र महेश थापा, रोहित थापा पुत्र महेश थापा, तरूण थापा पुत्र गौतम थापा परवीण नेगी पुत्र सुरविर सिंह नेगी, वार्ड 97 में सतीश रावत पुत्र देव सिंह रावत, वार्ड 98 में नितेश नेगी पुत्र केसर सिंह नेगी. राजेश बहुखण्डी पुत्र सुनील चन्द्र बहुखण्डी, गोनौरी शेख पली मौहम्मद शोख एवं वार्ड न0 100 में शुभम चमोली पुत्र रोज राम चमोली जैसे अनेक नाम है जो कि साच्छता अभियान में सफाई कर्मचारी हो ही नहीं सकते हैं। इस सम्बंध में मांगी गई सूची में कई नाम ऐसे भी है जिनमें की पिता का नाम ही अक्षात है जैसे वार्ड 26 में सत्या, वार्ड में रोहित, वार्ड 50 में अरूण और वरूण, बाई 73 में अमित खेरवाल, वार्ड 83 में आकाश कुमार, वार्ड 85 में अनिल कुमार, सुरेश, बाई 90 में शुभम, सोनु, वार्स 94 में राजेन्द्र, दिनेश काला आदि अनेक नाम है जो कि नगर निगम के विभिन्न बाड़ों में घेनामी नामो से स्वच्छता समिति में काम दिखाकर गुमराह कर सरकारी फण्ड का दुरूपयोग किया जा रहा है और हमारे देहरादून के सफाई कर्मचारीयो का हक मारा जा रहा है एवं निगम के पुराने कर्मचारीयो से ही दौगुना कार्य करवाया जा रहा है जो कि सविधानिक नहीं है।

मौजूद लोगों ने कहा कि उपरोक्त समितियों द्वारा सुझाए गए नामो पर गंभीर जाँच मिठाई जाएँ कि ये स्वच्कार समिति में वार्डो में कितनी स्वच्छता करते है और इनको स्वच्छता कार्यो हेतु कितनी धनराशी उपलबध होती है या नही बीते वर्षों से देहरादून के विभिन्न बाड़ों में इसी प्रकार के धपलो की शिकायत होती रही है अतः इन रामितियों को दोषी पाने पर निरस्त किया जाना अति आवश्यक है और इनकी अबतक दिये गये मानदेय की वसूली पार्षदो से करना अति आवश्यक है अतः उचित कार्यवाही कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर नगर निगम के बजट को दुरस्त करने की बात की गई।

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