होम आईसोलेशन में रह सकेंगे कोरोना संक्रमित मरीज उत्तराखण्ड में…सीएम त्रिवेंद्र

देहरादून
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों अब होम आईसोलेशन में रह सकेंगे। त्रिवेंद्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। अभी तक कोरोना संक्रमण पाए जाने पर उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा था।
उत्तराखंड में संक्रमितों का आंकड़ा जल्द ही 10 हजार के आंकड़े को पार करने वाला है।
ऐसा पिछले दिनों आ रहे मामलों को देख कहा जा रहा है
वर्तमान में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 3283 है वहीं, लगभग 6 हज़ार मरीज ठीक हो चुके हैं।
त्रिवेंद्र सरकार ने आरम्भ से ही कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है।
उत्तराखंड में 17 कोविड अस्पताल और हेल्थ सेंटर है।
वहीं जिलों में 363 कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 25 हजार से अधिक बेड की क्षमता है। जबकि प्रदेश में अभी भी लगभग तीन हजार 200 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती है। बताते चलें की उत्तराखंड में इलाज की पर्याप्त व्यवस्थाओं के बावजूद भी संक्रमित मरीजों की ओर से होम आईसोलेशन की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग लगातार हो रही थी। इसे देखते हुए त्रिवेंद्र सरकार ने होम आईसोलेशन की अनुमति दे दी है।
लेकिन इसके लिए संक्रमित मरीजों को घर में पर्याप्त व्यवस्था होने का पत्र भी देना होगा। साथ ही, सर्विलांस टीम के माध्यम से निगरानी भी रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पर्वतीय प्रदेश उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के इलाज की अमूचित व्यवस्था है। कोविड केयर सेंटर एक तरह से खाली ही पड़े है। लोगों की मांग के अनुरूप प्रदेेश में होम आईसोलेेशन की मंजूरी दे दी है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में औद्योगिक क्षेत्र होने से संक्रमण की सम्भावना के चलते विशेष सतर्कता बरतने को कहा जा रहा है।
कोरोना को रोकने के लिए हाईरिस्क एरिया से पहुंचने वाले लोगों की सैंपल जांच की जाएगी। इसके साथ ही पांच प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों में सैंपलिंग बढ़ाने पर स्वास्थ्य विभाग का जोर है।
सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने बताया कि हाईरिस्क एरिया से आने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। प्रदेश में जिन जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक है। उन जिलों में सैंपलिंग बढ़ाये जाएंगे।

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