अवैध रूप से तमंचे आदि बेचने वाला अभियुक्त तीन तमंचे और तीन पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया डोईवाला पुलिस ने

देहरादून/डोईवाला

4 अगस्त को कोतवाली डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत नागल ज्वालापुर गांव में मृतक राहुल पुत्र हुकम सिंह निवासी ग्राम नागल ज्वालापुर का शव बरामद हुआ था। शव के पास ही एक देशी पिस्टल व कुछ ब्लैंक कार्टेज व जिन्दा कार्टेज भी बरामद हुए थे।

विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि जो पिस्टल और कार्टेज मृतक के शव के पास से बरामद हुए थे, वह उसी के थे, तथा मृत्यु से कुछ दिन पूर्व ही उसने खरीदे थे। प्रकाश में आई इस सूचना को गम्भीरता से लेते हुए मृतक को अवैध आग्नेयास्त्र विक्रय करने वाले अभियुक्त की शिनाख्त व गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा कोतवाली डोईवाला पुलिस व एस0ओ0जी0 की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

मम्भीरता से काम करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी डोईवाला के पर्यवेक्षण में गठित पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मैन्युअल एवं इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से मृतक राहुल को आग्नेयास्त्र विक्रय करने वाले अभियुक्त आलोक शौरी पुत्र स्व0 जगमोहन शौरी निवासी 56 सुमन नगर धर्मपुर वार्ड नं0 38 देहरादून को तस्दीक कर उसकी गिरफ्तारी की गई।

गिरफ्तार अभियुक्त आलोक शौरी पुत्र स्व0 जगमोहन शौरी निवासी 56 सुमन नगर धर्मपुर वार्ड नं0 38 देहरादून द्वारा बताया गया कि वह पूर्व में ड्रग एडिग्ट था तथा वर्ष 2005 में न्यू गोल्डन फ्यूचर सोसाइटी रिहैब सेण्टर गुजराड़ा में रहा है। उसके बाद एडिक्शन से बाहर आकर उसने कला फाउण्डेशन आर्यनगर से कांउसलर का कोर्स किया तथा वर्ष 2012 से रिहैब सेण्टरों में कांउसलर का काम करने लगा। मृतक राहुल भी ड्रग एडिक्ट था। वर्ष 2016 में रिस्पना पुल स्थित न्यू लाइफ लाईन केयर रिहैब सेंटर में कांउसलर का काम करने के दौरान अभियुक्त की पहचान वहां रह रहे राहुल(मृतक) से हुई। इसके बाद दोनों का आपस में सम्पर्क बना रहा।

नशामुक्ति केन्द्र में रहने के दौरान अभियुक्त का सम्पर्क शामली के रहने वाले आकाश नाम के युवक से हुआ जिससे उसकी दोस्ती हो गई।

इसी दौरान आकाश ने अभियुक्त को कहा कि वह तमंचे का भी काम करता है। वह उसे शामली से तमंचे लाकर देगा जिसे वह देहरादून में ऊंचे दामों पर सकता है। जिससे वो दोनों अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इस प्रकार आकाश के साथ मिलकर अभियुक्त आलोक शामली से तमंचे/पिस्टल लाकर देहरादून क्षेत्र में ऊंचे दाम में बेचकर अवैध सम्पत्ति अर्जित करने लगा। जुलाई माह में मृतक राहुल ने अभियुक्त आलोक से बात करते हुए उसके पास पिस्टल देखी।

कुछ दिनों के बाद ही मृतक राहुल अभियुक्त आलोक से पिस्टल मांगने लगा। इस पर अभियुक्त ने उसे 90,000 में एक देशी पिस्टल तथा 5 जिन्दा कार्टेज दे दिए। यही वह पिस्टल था, जो 4 अगस्त को मृतक के शव के पास मिला था।

गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि वह कुछ दिन पूर्व तक हर्रावाला क्षेत्र में प्रयास रिहैब सेण्टर में कांउसलर का काम कर रहा था, तथा आजकल देहरादून में ही फाइनेन्स का काम कर रहा है। इसी की आड़ में पिछले एक साल से अभियुक्त अवैध हथियारों का व्यवसाय कर रहा है। ये अवैध पिस्टल तथा तमंचे अभियुक्त बाहरी प्रदेशों से कम कीमत में लाकर यहां काफी ऊंची कीमतों में लोगों को विक्रय कर अवैध सम्पत्ति अर्जित करता है।

अभियुक्त की निशानदेही पर उसके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध आग्नेयास्त्र बरामद हुए। बरामद आग्नेयास्त्रों में वह पिस्टल भी शामिल है, जो मृतक राहुल पहले खरीद कर ले गया था, और वापस कर दिया था।
1. 01 तमंचा 12 बोर
2. 01 तमंचा 315 बोर
3. 01 बैरल तमंचे की
4. 03 पिस्टल 32 बोर
5. 05 जिन्दा कार्टेज
6. 07 ब्लैंक कार्टेज

कमलेश उपाध्याय पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के मार्गदर्शन में
पर्यवेक्षण अधिकारी अनिल कुमार शर्मा,क्षेत्राधिकारी के पर्यवेक्षण में डोईवाला
पुलिस टीम में
1. प्रभारी निरीक्षक डोईवाला मनोज मैनवाल
2. प्रभारी एस0ओ0जी0 देहरादून के0आर0 पाण्डेय
3. व0उ0नि0 जितेन्द्र सिंह चौहान कोतवाली डोईवाला
4. प्रभारी एस0ओ0जी0 देहात मुकेश डिमरी
5. उ0नि0 मुकेश कुमार कोतवाली डोईवाला
6. कां0 शशीकान्त कोतवाली डोईवाला
7. कां0 सुनित कोतवाली डोईवाला
8. कां0 ललित एसओजी
9. कां0 अमित एसओजी
10. कां0 नवनीत एसओजी देहात
11. कां0 देवेन्द्र एसओजी देहात
12. कां सोनी एसओजी देहात
13. कां0 मनोज एसओजी देहात थे।

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