स्वरोजगार कर पारम्परिक उत्पादों को मार्किट उपलब्ध करवा रहे ये गांधी शिल्प बाजार जैसे मेले…सुबोध उनियाल

देहरादून

वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार , विकास आयुक्त (हस्तशिल्प्), भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार का आगाज कोविड सुरक्षा के बीच हो गया।

मेले के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने शिल्प बाजार के कॉन्सेप्ट को सार्थक बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी उत्पाद को बनाना तो महत्त्वपूर्ण है ही उससे ज्यादा महत्त्वपूर्ण उझको बाजार तक पहुंचा कर आम उपभोक्ता तक पहुंचने की जिम्मेदारी सरकार ने ली है।आज कोविड के दौर के बाद शिल्पकार अपने उत्पादों को बाजार तक नही पहुंचा पाया था।आज ये मौका सरकार ने इनको उपलब्ध कराया है।आज समय की आवश्यकता है कि पारम्परिक उत्पादो को मार्केट मिले, लेकिन हम स्वरोजगार की तरफ बढ़े,न कि सरकारों की तरफ सरकारी नोकरियो को निहारे।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पार्षद नरेश रावत,सहायक निदेशक विकास आयुक्त हस्त शिल्प नलिन राय,शिल्प बाजार के आयोजक भारतीय ग्रामोत्थान संस्था ढालवाला के निदेशक अनिल चन्दोला, अतुल चंदोला,शिवम थपलियाल एडवोकेट,ईवेंट मैनेजर पुनीत गुप्ता
आदि मौजूद थे।

गांधी शिल्प बाजार मेला रिंग रोड पर 14 फरवरी 2021 तक खेल ग्राउंड, किसान भवन, नेहरू ग्राम, 6 न. पुलिया, देहरादून मे शनिवार को शुरू हो गया ।

शिल्प बाजार के आयोजक भारतीय ग्रामोत्थान संस्था ढालवाला के निदेशक अनिल चन्दोला, अतुल चंदोला ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कोरोना के सुरक्षात्मक उपायों से पूरे मेले को कवर किया जा रहा है मेले मे देश भर के लगभग 24 प्रदेश के शिल्पकार हेंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट के स्टॉल्स लगा रहे हैं।जिसमे अलग अलग प्रदेशो के शिल्पिओ द्वारा बनाई गई कृतियों के साथ ही सजावटी सामान और बच्चों के लिए मनोरंजन के साधन भी मुहैया हैं।

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