16 जनवरी से वैक्सीनेशन हेतु 4943 सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य ईकाईया चिन्हित, 9708 टीकाकरण सत्र होंगे और 87588 हैल्थ वर्कर्स को इलेगी वैक्सीन…डीजी हेल्थ डॉ उप्रेती

देहरादून

कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से की गई तैयारियों के बारे में जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ० अभिता उप्रेती द्वारा पत्रकार वार्ता में वेक्सीनेशन को लेकर कई बातों को विस्तार से बताया गया।

पत्रकारों से वार्ता के दौरान स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ० उप्रेती ने बताया कि कोविड-19 बैक्सीनेशन का राज्य स्तर एवं सभी जनपदों में पूर्वाभ्यास सफलतापूर्वक किया जा चुका है। पूर्वाभ्यास का एक और चरण 12 जनवरी 2021 के दिन चिन्हित अस्पतालों पर किए जाने का निर्णय लिया गया है ताकि अभ्यास को दोहराया जा सके और किसी भी तकनीकी अवरोध को न्यूनतम स्तर पर लाते हुए निराकरण के साथ ही वैक्सीनेशन किया जा सके ।

महानिदेशक द्वारा जानकारी दी गई कि 16 जनवरी 2021 से आरम्भ होने वाले कोविड-19 वैक्सीनेशन हेतु विभाग द्वारा 4943 सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य ईकाईयों को चिन्हित किया गया है जिनमें 9708 टीकाकरण सत्र आयोजित किए जायेंगे और 87588 हैल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जायेगी।

भारत सरकार की ऑपरेशनल गाईड लाईन अनुसार टीकाकरण की निगरानी के लिए विभाग द्वारा 402 पर्यवेक्षकों को तैनात किया जायेगा और 120 अतिरिक्त पर्यवेक्षक वैक्सीनेटर का कार्य भी करेंगे इस अभियान को सफल बनाने के लिए 2118 महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियों (ANM) को वैक्सीनेटर बनाया गया है। इसी कम में अभियान की व्यापकता को देखते हुए 6509 सम्भावित वैक्सीनेटर्स को चिन्हित किया गया है। प्रैस वार्ता में जानकारी दी गई कि वैक्सीनेशन अभियान के लिए राज्य के अन्तर्गत 317 कोल्ड चेन पॉइंट बनायें गए है जहां पर वैक्सीन का रख-रखाव एवं उचित तापमान पर स्टोरेज की भी व्यवस्था की गई है। वैक्सीन की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए 483 आईस लाईन्ड रैफरिजरेटर, 547 डीप फ्रीजर, 3 वॉक-इन-कूलर तथा 2 वॉक-इन-फीजर की व्यवस्था की गई है।

महानिदेशक डॉ0 उप्रेती ने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान तीन चरणों में आयोजित होगा, प्रथम चरण में हैल्य केयर वर्कर्स / फैट लाईन वर्कर को वैक्सीन दी जायेगी। दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु एवं अन्य प्रकार की बीमारीयों से ग्रसित लोगों (को- मॉर्बिड) को वैक्सीन दी जायेगी। तीसरे चरण में अन्य शेष को वैक्सीनेशन हेतु लिया जायेगा।

महानिदेशक अनुसार कोविड-19 वैक्सीनेशन के दौरान अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को किसी भी प्रकार से बाधित नहीं होने दिया जायेगा जिस के लिए भारत सरकार के स्तर पर भी एक सलाहकार ग्रुप का गठन किया गया है और वह इस वारे में गहनतापूर्वक कार्य कर रही है। प्रेस वार्ता में जानकारी दी गई कि कोविड-19 वैक्सीनेशन का कार्य आम चुनावों के दौरान की जाने वाली प्रशासनिक व्यवस्था के अनुसार किया जा रहा है प्रत्येक वैक्सीनेशन केन्द्र में तीन कमरों को चिन्हित किया गया है जिसके अन्तर्गत प्रतिक्षा कक्ष, वैक्सीनेशन कक्ष एवं ऑबजरवेशन कक्ष बनाये गए हैं। प्रत्येक केन्द्र पर 1 वैक्सीनेटर तथा 4 वैक्सीनेशन ऑफिसर तैयार रहेंगे और 100 लाभार्थियों को एक केन्द्र पर टीका दिया जायेगा सभी स्थानों पर इंटरनेट व्यवस्था दी जा रही है एवं लाभार्थियों के लिए पेयजल तथा शौचालय भी बनाये गए हैं, विधुत आपूर्ति के लिए बिजली विभाग को आवश्यकीय निर्देश दिए गए हैं।

वैक्सीनेशन के लिए मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय स्टेयरिंग कमेटी इस व्यवस्था की निरन्तर समीक्षा कर रही है। अभी तक तीन बार स्तरीय स्टेयरिंग कमेटी की बैठकें और आठ बार राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठकों का आयोजन कर वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा की गई है इस गतिविधि को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए सभी जनपदों में जिला अधिकारी के नेतृत्व में जिला टारक फोर्स कार्य कर रहा है।

महानिदेशक उप्रेती ने कहा कि वैक्सीनेशन के दौरान किसी भी प्रकार की आपात स्थिति अथवा वैक्सीनेशन के प्रतिकुल प्रभावों से निपटने के लिए आवश्यकीय व्यवस्था की गई है और वैक्सीनेशन स्थल पर जीवन रक्षक औषधियों एवं संसाधनों को उपलब्ध कराया गया है। इसके अतिरिक्त समीपवर्ती प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को रैफरल यूनिट के तौर पर सुदृढ किया गया है।

प्रेस वार्ता में वाईस चान्सलर मेडिकल यूनिवर्सिटी डॉ. हेम चन्द्र पाण्डेय, प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉo आशुतोष सयाना, आई0एम0ए0 स्टेट प्रेसिडेन्ट डॉ. आलोक सेमवाल, आई०एम०ए० के डॉ० डी०डी०चौधरी, अपर मिशन निदेशक डॉ0 अभिषेक त्रिपाठी, निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ0 एस0के गुप्ता, निदेशक एन०एच०एम० डॉ० सरोज नैथानी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ० विकास शर्मा, राज्य आई0ई0सी0 अधिकारी श्री जे०सीमाण्डेय आदि उपस्थित थे।

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