निगमिकरण के विरोध में ऑप्टो इलेक्ट्रॉ‌निक्स फैक्ट्री की यूनियनों ने काले बिल्ले लगाकर काला दिवस मनाया

देहरादुन
आयुध निर्माणीओ के निगमीकरण के विरुद्ध में रक्षा क्षेत्र की सभी महासंघों ने 18 व 20 अगस्त 2020 को आंदोलन करने का निर्णय लिया है महासंघ के आह्वान पर ऑप्टो इलेक्ट्रॉ‌निक्स फैक्ट्री की सभी यूनियनों में 18 अगस्त 2020 को काले बिल्ले लगाकर काला दिवस मनाया गया व 20 अगस्त 2020 को पत्र वितरण कर भारत सरकार का विरोध किया जाएगा भारत सरकार के निगमीकरण करने की प्रक्रिया के विरोध महासंघो ने एक माह की हड़ताल की गया थी जिसमें छे दिनो बाद चीफ लेबर कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद सरकार से समझौता हुआ की निर्माणी के उत्पादन को बढ़ाने के लिये निर्माणोयों का विस्तारीकरण किया जाएगा तथा हाई लेवल कमेटी का निर्माण किया गया परंतु सरकार द्वारा कोविड-19 के दौरान संपूर्ण भारत लॉकडाउन के दौरान 16 जून 2020 को आत्म निर्भर भारत की घोषणा के साथ आयुध निर्माणयों के निगमीकरण की घोषणा कर दी गई आयुध निर्माणीयों का निगमीकरण करना देश का दुर्भाग्य तथा अंतरिक व बाहिया सुरक्षा के लिहाज से बहुत ही घातक है प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आजाद होने से पहले आयुध निर्माणया बहुत अच्छा कार्य करती थी।अगर देश आजादी के बाद आयुध निर्माणयों का कार्य संतोषजनक नहीं था तो देश आजादी से पहले 15 आयुध निर्माणी से बढ़ाकर 73 वर्षों में पिछली सरकारों ने 41 आयुध निर्माणीया क्यों बनाई देश की स्मृघि व सुरक्षा को लाभ व हानि से नहीं आंका जा सकता देश की सुरक्षा के लिए रफाल जैसे अत्याधुनिक विमान भारी कीमत पर खरीदे गए आयुध निर्माणी का निगमीकरण करना देश अंतरिक बिहाईय सुरक्षा के लिए अत्यंत घातक पूर्ण है आजादी के बाद से जितने भी युद्ध हुए उन सभी युद्धों में आयुध निर्माणों से निर्मित आयुध हथियारों व गोला बारूद का ही प्रयोग किया गया तथा आज भी भारतीय सेना को आयुध निर्माणों से निर्मित सभी साजिश सम्मान पर पूर्ण विश्वास है परंतु मीडिया व समाचार पत्रों तथा सरकार से बीते हुए एजेंटों के माध्यम से आयुध निर्माणीयों को बदनाम करने का षड्यंत्र किया जा रहा है जिससे सरकार आयुध निर्माणीयों का निगमीकरण तथा घाटी की स्थिति मे होने पर प्राइवेटाइजेशन कर अपने चहेते नजदीकीयो को फायदा देने के लिए आयुध निर्माणों को औने-पौने दाम पर बेचा जा सके आज आयुध निर्माणीयों को निगमीकरण के बजाय आयुध निर्माणीयों का विस्तारीकरण कर उत्पादन को बढ़ाने के लिए आयुध निर्माणीयों की क्षमता के अनुसार 30 हजार करोड़ का काम दिया जाना चाहिए।आंदोलन में मुख्य रूप से आई एन डी डब्ल्यू एफ (इन्टक)यूनियन के महामंत्री नीरज कांत त्यागी, ए.आई.डी.एफ यूनियन के महामंत्री उमा शंकर शर्मा बीपीएमएस यूनियन के महामंत्री अवनीश कांत बीकेएस के सुरेश बालियान तथा जे सी एम द्वितीय के सदस्य विनय मित्तल जे सी एम चतुर्थ सदस्य आर.डी.शर्मा , मौ.हमीद , तेजपाल कर्मचारी यूनियन के प्रधान अनिल बडोला कार्यसमिति उपाध्यक्ष मनोज पुण्डीर , सदस्य श्रीमती लक्ष्मी , पूर्व उप प्रधान विजय गुसाईं,अन्नतराम ,रविन्द्र उपस्थित रहे।

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