टॉपर्स कॉन्क्लेव में डीएम ने छात्रों से साझा किए आईएएस बनने के टिप्स,सुनाए अनुभव और सवालों के दिये जवाब

देहरादून
12 वी कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद किस क्षेत्र में आगे बढ़ना है, कैसे बढ़ना है क्या यह क्षेत्र सही रहेगा यह तमाम प्रश्न छात्रों को मन में रहते है और इन्ही सवालो के जवाब देने के लिए के लिए दिव्य हिमगिरि लायंस इंटरनेशनल क्लब के साथ मिलकर टॉपर्स कॉन्क्लेव कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमे देहरादून जिले के जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जनपद के सभी टॉपर छात्रों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम उनके सभी सवालो के जवाब दिए और साथ ही अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन भी दिया। इस कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की गयी। उसके लायंस क्लब उत्तराखंड के अध्यक्ष अश्वनी काम्बोज ने देहरादून जिला अधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव का स्वागत किया और इस टॉपर्स कॉन्क्लेव कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया. इसके साथ ही कार्यक्रम के आयोजक और दिव्य हिमगिरि साप्ताहिक समाचार पत्रिका के संपादक श्री कुंवर राज अस्थाना ने डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव के शानदार एकेडमिक करियर के बारे में जनपद के सभी टॉपर्स के साथ परिचय करवाया। इस कार्यक्रम में मौजूद जनपद के सभी होनहार छात्रों ने अपने कई सवाल देहरादून जिला अधिकारी से पूछे जिसके चलते डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बड़े ही प्रसनता के साथ बच्चो के सभी सवालो का जवाब दिया और उन्हें मार्गदर्शन भी दिखाया. छात्रों ने कई सवाल सिविल सर्विसेज की तैयारियों, लगातार हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने, हेजिटशन को दूर करने के उपाय, संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए विषयों का चयन, प्रतियोगात्मक परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल के अलावा शोध के क्षेत्र में संभावना, एस्ट्रो इंजिनीरिंग में करियर, आदि के संदर्भ में सवाल पूछे। कुछ बच्चों ने उनसे पूछा कि जब वह बीएचयू में असिस्टेंट प्रोफेसर थे तब ज्यादा एन्जॉय करते थे या आईएएस बनने के बाद ज्यादा एन्जॉय कर रहे है। कुछ बच्चों ने जिलाधिकारी के रिसर्च वर्क के बारे में सवाल किए। जिलाधिकारी ने 50 से ज्यादा बच्चों से संवाद किया और उनके प्रत्येक सवाल का जवाब दिया। जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ अपने अनुभव भी साझा किए। अंत में पूर्व नौसेना अधिकारी और दून डिफेन्स अकडेमी के निदेशक संदीप गुप्ता ने भी रक्षा सेवाओं को लेकर पूछे गए बच्चों के सवालों के जवाब दिए और उनका मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने सभी बच्चो को सलाह दी कि वे किसी भी तरह का दबाव महसूस न करे तथा अपनी रूचि कि अनुसार अपने क्षेत्र का चयन करे और में छात्रों कि अभिभावकों से भी निवेदन किया कि वे करियर क्षेत्र चयन के लिए बच्चो पर किसी भी प्रकार का का दबाव ना डाले।

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