चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को,इस दौरान नकारात्मक प्रभाव कम करने के लिए इन मंत्रों को जपा जा सकता है, जरा देखिए तो कौन से हैं ये मंत्र

देहरादून/ दिल्ली

सभी महीनों में कार्तिक माह को सनातन धर्म में सबसे शुभ फलदायी माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर को है ओर इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। सूतक का आरंभ इस दिन सूर्योदय से ही हो जाने की वजह से इस बात को लेकर चर्चा है कि सूतक काल में स्नान और दान पुण्य कैसे किया जाएगा. चंद्रग्रहण 8 नवंबर मंगलवार को है शाम 5 बजकर 32 मिनट से आरंभ होगा और शाम 6 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा ।चंद्रग्रहण का सूतक सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और सूतक काल शाम 6 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा। इससे पूर्व मंदिर के कपाट को बंद कर दिया जाएगा। इस दिन स्नान करने का शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजे से लेकर सूर्योदय तक है। वैसे पूरे दिन स्नान किया जा सकता है।
ज्योतिष में चंद्र ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। इस दौरान पूजा-पाठ व मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। चंद्रग्रहण का सभी 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा।

भारत के लिए साल 2022 खगोलीय घटनाओं के लिहाज से अद्भुत साबित हो रहा है।दीपावली के एक दिन बाद सूर्यग्रहण का अनूठा नजारा लोगों ने देखा था और अब चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।

भारत में चंद्रग्रहण का नजारा देश के पूर्वी भागों में दिखाई देगा. वहीं, बाकी हिस्सों में आंशिक चंद्रग्रहण देखा जा सकेगा. पटना, रांची, कोलकाता, सिलीगुड़ी और गुवाहाटी में चंद्रग्रहण का नजारा साफ तौर पर देखा जा सकेगा. भारत के प्रमुख शहरों में चंद्र ग्रहण शुरू होने और समाप्त के समय की बात करें, तो कोलकाता में चंद्रग्रहण शाम 4:52 बजे से दिखेगा। अगरतला, कोहिमा, गुवाहाटी के लिए लगभग 4:30 बजे देखा जा सकता है।
वहीं, श्रीनगर में आधे से ज्यादा ग्रहण लगा हुआ चंद्रमा 5:31 बजे नजर आयेगा। नई दिल्ली में लगभग 5:31 बजे आंशिक ग्रहण का अनुभव होगा। बेंगलुरु में आंशिक चंद्रग्रहण 5:57 बजे नजर आयेगा। मुंबई में इसे लगभग 6:03 बजे देखा जा सकता है.

ग्रहण काल में इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं…
1.ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:.लाभ- ये बगुलामुखी का मंत्र है. इस मंत्र के उच्चारण से शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
2. ॐ ह्लीं दुं दुर्गाय: नम:.लाभ- इस मंत्र के उच्चारण से वाक सिद्धि प्राप्त होती है.
3. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:.लाभ- धन की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें।
4. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:.लाभ- नौकरी और व्यापार में वृद्धि के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें।
5. ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।। इस मंत्र में ‘सर्वदुष्टानां’ के स्थान पर उस व्यक्ति का नाम लें, जिससे छुटकारा पाना चाहते हैं.लाभ- मुकदमे जीतने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें।
6. ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः।
7. ॐ सों सोमाय नमः।
8. ॐ चं चंद्रमस्यै नम:।
9. ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:।
10. ॐ ऐं क्लीं सौमाय नामाय नम:।

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