देहरादून: कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम/तैयारियों को लेकर माॅकड्रिक (पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। आपदा परिचालन केन्द्र के समीप बाहरी प्रांत से आये संदिग्ध व्यक्ति का पता चलते ही दून चिकित्सालय में स्थापित आयसोलेशन/क्वारेन्टाइन में लाने के लिए एम्बूलेंस को काॅल किया गया। संदिग्ध व्यक्ति को क्वारेन्टाइन/आयसोलेशन वार्ड में जहां चिकित्सकों द्वारा संदिग्ध व्यक्ति की स्क्रीनिंग की गई तथा लक्षण नही पाये जाने पर उन्हें 14 दिन तक होम क्वारेन्टाइन में रहने की सलाह दी गई।
दून चिकित्सालय में बने आयसोलेशन वार्ड में जिलाधिकारी द्वारा कोरोना के लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्ति के आने पर क्या-क्या प्रोटोकाल अनुपालन किये जाने हैं तथा किस तरीके से सावधानी रखी जानी है इन सब तैयारियों का माॅक अभ्यास किया गया साथ ही आयसोलेशन वार्ड में पैथालाॅजिस्ट द्वारा किस प्रकार संदिग्ध का सैंपल लिया जाना है, उन सभी तैयारियों को परखा गया। माॅक अभ्यास में मेडिकल टीम को सीखने का अवसर मिला तथा जहां पर कोई कमी रह गई उसे ठीक करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दिए।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इस माॅकड्रिल का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु जिला स्तर पर जो भी कार्यवाही और तैयारियों में जो भी कमी है उसे दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण व बचाव हेतु जो ये माॅकड्रिल सम्पन्न हुई है, उसके उपरांत व्यवस्थाओं को और अधिक दुरूस्त रखने, कमियों को पूरी करने हेतु जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं उन्हे ठीक किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है इससे बचाव हेतु सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। माॅकड्रिल में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ मीनाक्षी जोशी, अपर जिलाधिकारी वि/रा बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन रामजी शरण शर्मा, दून चिकित्सालय के चिकित्सक एवं जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी डाॅ दीपशिखा रावत उपस्थित रहे।