नगर निगम के वार्ड 52, सरस्वती विहार में चल रही गेस लाइन वर्क पर उठे सवाल,सीएम के पोर्टल पर हुई शिकायत

देहरादून

गेल गैस लिमिटेड द्वारा वार्ड 52 अजबपुर सरस्वती विहार में कार्य किया जा रहा है। अनेक प्रकार की अनिमियताए भी लगातार सामने आ रही हे क्षेत्र के लोगो ने विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है।
युवा नेता नवनीत काला ने मुख्यमंत्री पोर्टल में इसकी शिकायत दर्ज करने के साथ ही बताया कि डीएम,जल संस्थान,लोनिवि के साथ ही नगर निगम को भी इस्की प्रति भेजी है,वार्ड 52 सरस्वती विहार के नागरिक ओर वरिष्ठ नागरिक संगठन भी विरोध में खडा हो रहा है।
भेजी गयी शिकायतों में
1. यह है कि उक्त कम्पनी को गैस लाइन बिछाने की वर्षा ऋतू के पश्चात कि अनुमति दी गयी थी लेकिन इस समय वर्षा ऋतू अपनी चरम सीमा पर है और उक्त कंपनी द्वारा M/s सान्वी कंस्ट्रक्शन के माध्यम से गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य कराया जा रहा हे जो कि वर्षा काल में नियम के विरुद्ध है।
2.. गैस कंपनी द्वारा गड्डे खोदे गए हे उनमे जल भराव हो रखा हे तथा वे बैठ गए हे उन्हें समतल करने की जिम्मेदारी कंपनी की हे लेकिन कंपनी नहीं कर रही है। गड्डो में जल भराव के कारण बरसात के इस मौसम में डेंगू फैलने की पूरी सम्भावने हे क्योंकि स्थानीय आशा द्वारा किये गए सर्वे में उपरोक्त गड्डो में डेंगू के मछरो का लारवा पाया गया हे।
3..इस कंपनी द्वारा गैस पाइप लाइन बिछाते समय जलसस्थान के पाइप तोड़ दिए गए है तथा सीवर लाइन पर मालवा जमने से शिविर चोक हो गयी हे जिसमे 1 हफ्तों से लगातार जल सस्थान द्वारा सीवर को खोला जा रहा है तथा सीवर का गन्दा पानी भी लोगो के पीने वाले पानी के साथ मिक्स होकर घरो में जा रहा है।
4.. उपरोक्त कंपनी को गैस पाइप लाइन बिछाने की अनुमति रात्री के समय की दी गयी हे लेकिन दुर्भाग्यवश उपरोक्त कंपनी अपनी हटधर्मिता के कारण दिन में खुले आम कार्य कर अनुमति को आईना दिखा रही है।
5..मोथोरोवाला रोड , सरस्वती विहार मुख्य मार्ग एवं माता मंदिर मार्ग (हरिद्वार बयपास से रेलवे फाटक तक ) गैस पाइप लाइन बिछाने की परमिशन मिली हुई है जिसका समय पूरा हो चूका हे और कंपनी आंतरिक मार्गो में गड्डे खोद कर पाइप लाइन बिछाने का कार्य नियम विरुद्ध कर रही है।
6..यह है कि उपरोक्त नियम विरुद्ध किये जा रहे कार्यो की नगर निगम,लोक निर्माण विभाग द्वारा मौके पर कोई जांच नहीं की गयी है न ही न कोई कनिष्ठ अथवा वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पे आकर अवैध रूप से कार्य करने से रोक पाया है। बरसात के इस मौसम में जहाँ एक और कोरोना बुरी तरह फेल रहा है वही दूसरी और डेंगू के फैलने के व्यापक संभावनाए है, तथा कंपनी द्वारा खोदे गए गड्डो से और जल सस्थान की पाइप लाइन टूटने से स्थनीय जनता के सामने भारी समस्याए उतपन हो गयी हे। जिसके जिम्मेदार सम्बंधित विभाग अथवा उपरोक्त कंपनी होगी ।
नवनीत ने निवेदन किया कि नियमो के अनुसार उपरोक्त कंपनी को गैस पाइप लाइन बिछाने की अनुमति दी जाये ऊपर लिखित तथ्यों की जाँच विभागीय अधिकारी से कराकर कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अम्ल में लाई जाये।

ज्ञापन में लिखी गयी शिकायतों पर कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय कुमार से वार्ता में उन्होंने बताया किहमारा प्रयास है कि बेहतर से बेहतर काम किया जाए परन्तु कयी दिक्क़ते आड़े आती हैं। जैसे कि बात करे तो लीकेज की पहले से ही सीवर, पेयजल लाइन्स अंदर से लीक हो रखी थी लेकिन जब हमने काम शुरू लिया तो ही पता चला लेकिन हम कहाँ कहा लीकेज है जल्दी ही चेक करके ठीक करके काम को आगे बढ़ाएंगे हर 100 मीटर पर हम खोदते हैं।तब विभाग के लाइनमैन से पूछकर ही गहराई नापकर ही काम शुरू किया जाता है। कई जगहों पर लाइन का आईडिया न होंंने या पुरानी लाइन के कारण पता नही चल पाता। हालांकि कई जगह सीवर लाइन पहले से ही चोक चल रही थी उनके ढक्कनों से बहकर मलबा पहले ही बाहर निकल रहा था अब भी आप खुद कयी जगह देख सकते हैं। प्रोजेक्ट की शर्तों के अनुसार रात में ही काम करने की बाध्यता है लेकिन लोग रात को काम के लिए क्षेत्र के लोग खुद ही मना कर रहे हैं सबको नींद,आराम चाहिए इसीलिए दिन में काम करना हमारी भी मजबूरी है।अगर खयी पर गढ्ढे हैै तो उन्हें मिट्टी से बन्द किया जाएगा। कोशिश रहेगी पानी कही इकठ्टा न हो।किसी भी शिकायत का निवारण करने को हम तैयार हैं।अजय ने बताया कि सरस्वती विहार ओर गणेश विहार में ही अकेले 2100 किचन तक गेस पहुंचेगी।अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में काम शुरु किया गया है। मुख्य गेस स्टेशन मोहकमपुर में है और सब स्टेशन पुलिस लाइन देहरादुन में है। देहरादुन में भी काम जल्दी शुरू हो जाएगा।

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