धरना उपवास के बजाय कोरोना से लड़ने की जरुरत: कौशिक

देहरादून

 

 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को इस समय राजनैतिक मुद्दे उठाकर राजनीति के बजाय आम जनता को किस तरह से राहत दी जाए इस दिशा में मंथन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में मनरेगा कर्मियों की कर्मियों का मसला सद्भाव के साथ समाप्त हो गया और सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि किसी भी कर्मी की नौकरी समाप्त नहीं होगी, बल्कि रोजगार के अवसर उत्पन्न कर लोगो को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में दो साल से कोविड का प्रभाव है इसलिए कई प्रतियोगी परीक्षाएँ भी आयोजित नहीं हो पायी है। सरकार का अभी पूरा फोकस जिन्दगी बचाने की ओर है और विपक्ष के राजनीतिक सवालो का जवाब देने का भी वक़्त नहीं है। हालांकि किसी दल के आंतरिक मामलो में दखल देने का भाजपा को न तो कोई अधिकार और न कोई दिलचस्पी है, लेकिन बेहतर होता कि कांग्रेस हाई कमान अपने नेताओंं को कोरोना के समय एकजुट होकर सेवा के लिए प्रेरित करता। कांग्रेस अपने दल में भी गुटबाज़ी को लेकर चर्चा में है और विपक्ष का धर्म भी नहीं निभा पा रही है। कोरोना काल में यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे राज्य में जरुरतमन्दो की सेवा में पार्टी के कार्यकर्ता जुट जाते और वह जनता के बीच में भी नज़र आते।

 

उन्होंने कहा कि कोविड के बाद राजनीति के लिए पर्याप्त समय होगा जब विपक्षी धरना,प्रदर्शन और पुतला दहन जैसे आयोजन कर सकेंगे, लेकिन कोरोना के समय महज सेवा कार्य पर ध्यान दिए जाने की जरुरत होगी। भाजपा मैदानी क्षेत्रो से लेकर पहाड़ो में कोरोना के प्रभाव को समाप्त करने के लिए दिन रात जुटी है। कार्यकर्ता आक्सीजन, ब्लड,राशन और अन्य राहत सामग्री जुटा रहे हैं और जिलों में स्थापित कन्ट्रोल रूम बूथ स्तर तक सेवा कार्य में जुटे हैं।

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