फिल्म बाजार में उत्तराखण्ड को विशेष सत्र मे अवसर दने पर एन.एफ.डी.सी. का आभार व्यक्त

गोवा में आयोजित 50वें अंतरराष्ट्रीय भारत फिल्म उत्सव में फिल्म बाजार में मुख्य कार्यकारी अधिकारी फिल्म विकास परिषद्, उत्तराखण्ड के सूचना महानिदेशक डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि राज्य में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में तेजी से कार्य किया जा रहा है, एवं एकल खिड़की के माध्यम से शूटिंग के लिए सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। फिल्म बाजार में आयोजित विशेष सत्र में बोलते हुए डॉ.बिष्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड तेजी से फिल्म हब के रूप में विकसित हो रहा है और बालीवुड से लेकर दक्षिण भारत से भी निर्माता यहां आकर शूटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी फिल्म नीति में अनेक आकर्षक सुविधाएं दी जा रही है और सरकार ने मसूरी में फिल्म कॉन्कलेव आयोजित कर बालीवुड को यहां आर्कषित किया है। उक्त कॉन्कलेव में कई नामी निर्माता, निर्देशकों एवं कलाकारों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

सत्र में बोलते हुए बालीवुड की एक्टर और गायक रूपदुर्गापाल ने कहा कि बालीवुड में रहने वाले उत्तराखण्ड के निर्माता, निर्देशक एवं कलाकार भी इस प्रदेश को एक बेहतर फिल्म हब बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं और उत्तराखण्ड में राज्य सरकार द्वारा फिल्म उद्योग को जो सुविधाएं दी जा रही है उससे यह क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक सयुंक्त प्लेटफार्म पर उत्तराखण्ड के बालीवुड में रह रहे फिल्म से जुड़े सभी लोगों को आगे आकर इस प्रदेश के लिए कार्य करना होगा और ब्रांड एम्बेसडर बनकर अपनी भूमिका निभानी होगी।
फिल्म कलाकार चित्रांशी रावत ने इस मौके पर उत्तराखण्ड के नैसर्गिक स्थलों का व्यापक प्रचार की जरूरत बताते हुए कहा कि देश दुनिया में फिल्मों को यहा शूटिंग के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने बालीवुड के निर्माताओं, निर्देशकों से भी यहां शूंटिंग के लिए आने पर जोर दिया।

इस विशेष सत्र में बोलते हुए मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार के.एस.पंवार ने कहा कि राज्य सरकार फिल्मों को उद्योग का दर्जा देने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में रेल, सड़क और हवाई कनेक्टीविटी को सुदृढ़ किया जा रहा है। फिल्म जगत से जुड़े लोगों को विशेष प्राथमिकता देकर उनकी शूटिंग में पूरी सहायता की जा रही है्। पंवार ने कहा कि क्षेत्रीय बोली में फिल्मों के साथ ही हिन्दी भाषा की फिल्मों को भी राज्य सरकार द्वारा अनुदान देना शुरू कर दिया गया है।

इस विशेष सत्र का संचालन करते हुए फिल्म एण्ड टेलीविजन प्रोडयूसर गिल्ड ऑफ इंडिया एवं मुंबई के सी.ई.ओ. कुलमीत मक्कड ने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्मों के लिए एक विशेष माहोल है, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र फिल्मकारों को पूरी प्राथमिकता दे रहे हैं और उनकी बात सुनकर आगे बढ़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ने अपनी फिल्म नीति से फिल्म जगत को आकर्षित करने का बेहतर कार्य किया है। राज्य सरकार फिल्म के क्षेत्र में फिल्मकारों से लगातार संवाद बनाये हुए है जिसके बेहतर परिणाम भी दिख रहे हैं और इसके चलते ही प्रदेश सरकार को फिल्म के क्षेत्र में दो-दो पुरस्कार प्राप्त किए है।  विख्यात फिल्म निर्देशक मधुर भण्डारकर ने इस सत्र में कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए राज्य सरकारो को पूरा सहयोग प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को अपनी शूटिंग लोकेशन का फिल्म जगत में व्यापक प्रचार प्रसार करना चाहिए ताकि निर्माता उस ओर आकर्षित हो सके।

उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद् के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि फिल्मकारों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है। और एक नया माहौल उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में फिल्मों के लिए बना है।  फिल्म फैसिलेशन ऑफिस के प्रमुख विक्रमाजीत रॉय ने कहा कि राज्य सरकारों को अपनी सूचनाओं को एफएफओ से साझा करना चाहिए तथा फिल्मां की शूटिंग के संदर्भ मे जानकारी को साझा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में उत्तराखण्ड के द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है और समस्त जानकारी को आपस मे साझा किया जा रहा है।  फिल्म बाजार में उत्तराखण्ड को विशेष सत्र मे अवसर दने पर अपर मुख्य कार्याधिकारी डॉ. अनिल चन्दोला ने एन.एफ.डी.सी. का आभार व्यक्त किया। नोडल अधिकारी के.एस. चौहान ने कार्यक्रम मे उत्तराखण्ड से सम्बन्धित लोकेशन की एक फिल्म का प्रस्तुतीकरण दिया।

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