1 अगस्त को हुए गोलीकांड का खलसा किया विकास नगर पुलिस ने,सभी अभियुक्त ओर लुटा सामान कब्जे में

देहरादून

1 अगस्त को थाना प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत धूलकोट के जंगल में दो अज्ञात बाइक सवारों द्वारा अन्य बाइक सवार शंकर सिंह व सत्य सिंह पर गोली चलायी गयी, जो शंकर सिंह के लगी थी । घटना के बाद गोली चलाने वाले बाईक सवार मौके से भाग गये थे चूंकि घायल व उसका साथी बरोटीवाला थाना विकासनगर क्षेत्र से चले थे तो सम्भावना व्यक्त की गयी कि उनका पीछा करने वाले लोगो द्वारा भी बरोटीवाला से उनका पीछा किया गया होगा। उक्त संबंध में थाना विकासनगर, सहसपुर, व कालसी के थाना प्रभारियों द्वारा गहनता से छानबीन की गयी तथा सीसीटीवी कैमरों का भी गहनता से अवलोकन किया गया । इसी क्रम में 4 अगस्त को विकासनगर पुलिस को सूचना मिली कि पृथ्वीपुर गाँव के रहने वाले चार संदिग्ध बरोटीवाला की तरफ रैकी करते हुए दिखायी दिये थे । जानकारी करने पर इस बात की तस्दीक हुयी कि घटना के समय चारों युवकों का मूवमेन्ट व लोकेशन देहरादून रोड़ पर ही था जिस पर पुलिस टीम द्वारा चारों युवकों सौरभ, निकू, कपिल, तथा विपिन को पूछताछ हेतु थाने लाया गया । थाने पर चारों युवकों से धूलकोट में हुयी घटना के सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ की गयी तो चारों नें उक्त घटना को किया जाना स्वीकार किया, साथ ही चारों अभियुक्तों द्वारा 31 जुलाई की रात डाकपत्थर तिराहे पर स्थित परचून की दुकान में चोरी की घटना को भी अन्जाम दिया जाना स्वीकार किया । अभियुक्त सौरभ की निशानदेही पर उसके पृथ्वीपुर स्थित घर के पीछे से पेड़ के नीचे से धूलकोट की घटना में प्रयुक्त तमंचा तथा अभियुक्तगणों से बेलावाला के जंगल में चोरी किया गया सामान बरामद हुआ ।
पत्रकार वार्ता के दौरान अभियुक्त सौरभ ने बताया कि डाकपत्थर तिराहे पर स्थित कोहली प्रोविजन स्टोर में कार्य करता था, घटना में शामिल अन्य अभियुक्त निक्कू, कपिल तथा विपिन उसके रिश्तेदार हैं तथा दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करते हैं । मैं शराब पीने का आदी हूं तथा अक्सर अपने घर के नजदीक बरोटीवाला स्थित शराब के ठेके में शराब लेने जाया करता था, मुझे पता था कि शराब के ठेके में कार्य करने वाले सैल्समैन दिन भर की कमाई को लेकर रात में ही देहरादून जाते थे। चूंकि दुकान में काम करने पर भी मुझे शौक पूरा करने के लिए पर्याप्त धनराशि नही मिल पाती थी, इसलिए मैने जल्द पैसा कमाने के लालच में शराब ठेके के सैल्समेन को लूटने की योजना बनाई तथा अपने अन्य साथियों निक्कू, कपिल तथा विपिन को भी अपनी इस योजना में शामिल कर लिया । लूट को अन्जाम देने के लिए मैं गंगोह, सहारनपुर से एक तमंचा खरीदकर लाया । योजना के मुताबिक पहले हम चारों ने एक से डेढ हफ्ते तक ठेके के सैल्समेनों के आने-जाने के रुट व समय की रैकी करने के बाद 1 अगस्त की रात घटना को अन्जाम देने के लिए हम चारों बरोटीवाला तिराहे पर मिले।शराब ठेके को बन्द करने के पश्चात जब उक्त दोनों सैल्समेन अपनी बाइक से देहरादून की ओर निकले तो हम भी दो अलग-अलग मोटर साईकिलों से उनके पीछे चल दिये । मैं ओर कपिल सीटी 100 तथा विपिन और निक्कू सुपर स्पलैण्डर बाइक पर सवार थे । पहले हमने लांघा रोड़ पर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया परन्तु लोगों की आवाजाही के चलते हम घटना को अंजाम देना मुनासिब नही था। इसके पश्चात हमारे द्वारा धूलकोट के जंगलों में उन्हें रोकने का प्रयास किया गया जब नही रुके तो मैंने उन पर फायर कर दिया गया । हमे लगा कि हमारा फायर मिस हो गया तो हम सभी काफी घबरा गये और सुद्धोवाला से मांडोवाला होते हुए जंगल के पीछे वाले रास्ते से भाऊवाला, छरबा रोड़ होते हुए सीधे पृथ्वीपुर पहुचकर अपने अपने घरों को चले गये थे । इससे पूर्व हमने साथ मिलकर 31 जुलाई की रात डाकपत्थर तिराहे पर स्थित परचून की दुकान जिसमे मैं कार्य करता था में चोरी की घटना को भी अंजाम दिया गया था।
पुलिस टीम का नेतृत्व कर सीओ विकासनगर धीरेन्द्र सिंह रावत प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने अपनी टीम की कार्यक्षमता का भरपूर उपयोग किया।

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