वैज्ञानिक डॉ आरएस रावत को मिला भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद का उत्कृष्ट अनुसंधान पुरस्कार – 2019

देहरादून

भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद के उत्कृष्ट अनुसंधान पुरस्कार – 2019 से
वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. रावत सम्मानित

भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद ने 22 जनवरी 2021 को परिषद के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की पचासवीं बैठक के अवसर पर वानिकी अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए परिषद मुख्यालय, देहरादून के जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन प्रभाग के वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. रावत को उत्कृष्ट अनुसंधान पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया। यह पुरस्कार रामेश्वर प्रसाद गुप्ता, सचिव भारत सरकार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संजय कुमार, वन महानिदेशक और विशेष सचिव, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार व अरुण सिंह रावत, महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद और परिषद के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अन्य गणमान्य सदस्यों की उपस्थिति में प्र्दान किया गया।
डॉ. आर.एस. रावत पिछले 23 वर्षों से मुख्य रूप से जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन और पतित वन भूमि पुनर्धार के क्षेत्र में भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद में कार्यरत हैं। राष्ट्रीय रेड प्लस रणनीति, और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और सिक्किम राज्यों के लिए राज्य रेड प्लस कार्य योजना तैयार करने में शामिल रहे हैं। बिहार राज्य सरकार ने डॉ. रावत को बिहार राज्य स्तर पर रेड गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए विशेषज्ञ इनपुट प्रदान करने के लिए बिहार राज्य रेड सेल के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नामित किया है। डॉ. रावत ने जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति की वैज्ञानिक पत्रिकाओं में 105 शोध पत्र और पुस्तकों को प्रकाशित कर चुके हैं। वर्तमान में, डॉ. रावत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित पारिस्थितिकी तंत्र सेवा सुधार परियोजना को लागू करने और वानिकी क्षेत्र जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और शमन के पहलू पर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार आवश्यक तकनीकी इनपुट प्रदान करने में शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.