अब तक राजधानी में लगे 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे,जरूरत अनुसार और भी लगाए जाएंगे…DIG/SSP ए एम जोशी

देहरादून

दून पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन “थर्ड आई की DIG / SSP द्वारा की गई समीक्षा जनपद में लगाये गये 500 से अधिक कैमरे , ऑपरेशन थर्ड आई की सार्थकता व सफलता हेतु जल्द की जायेगी मॉक ड्रिल
देहरादून जनपद में घटित अपराध की रोकथाम / वर्कआउट के दृष्टिगत रखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादूंन द्वारा दिनांक 3 दिसम्बर से 15 दिन का विशेष अभियान‘‘आपरेशन नाम से चलाये जाने के आदेश दिए गये थे। जिसका मुख्य उदेश्य अपराध की रोकथाम /वर्कआउट के साथ अपराधियो में खौफ पैदा करना व जनपद देहरादून को सीसीटीवी ग्रीड बनाये जाने के मामले में देश का सर्वोत्तम स्थान बनाना था । सोमवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा ऑपरेशन थार्ड आई की समीक्षा की गई तो ये हुआ कि जनपद देहरादून के समस्त थाना क्षेत्रो में दून पुलिस द्वारा ऑपरेशन थर्ड आई के अन्तर्गत नये उच्च क्वालटी के 500 से अधिक कैमरे लगाये जा चुके है । आवश्यकता अनुसार / संवेदनशील स्थानो पर और भी कैमरे लगाये जा रहे है । पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध को लगाये गये कैमरो के सम्बन्ध में मॉक ड्रिल की रुप रेखा तैयार करने के निर्देश दिये गये है । शीघ्र ही ऑपरेशन थर्ड आई की सार्थकता व सफलता हेतु मॉक ड्रिल की जायेगी व मॉक ड्रिल के दौरान परिलक्ष्ति होने वाली कमीयों को भी दूर किया जायेगा । जिसे ऑपरेशन थर्ड आई का मुख्य उदेश्य अपराधो की रोकथाम व अपराधियो की धर पकड़ के उदेश्य को पूर्ण किया जा सके।
अभियान के तहत निम्न बिन्दुओं पर कार्यवाही करने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा समस्त थाना प्रभारियो को निर्देशित किया गया था जिसके अंतर्गत
1-अपने-अपने सर्किल एवं थाना क्षेत्रों में ऐसे स्थान जो अपराध के दृष्टिकोण से संवेदनशील हैं, उन स्थानों को चिन्हित कर लिया जाये तथा इन स्थानों में लगाये जाने वाले सीसीटीवी कैमरों की संख्या का आकलन कर कैमरे लगाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन स्थानों को चिन्हित करते हुये जन प्रतिनिधियों से व्यक्तिगत सम्पर्क कर उक्त स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित करें।
2-समस्त चौकी एवं हल्का प्रभारी व्यक्तिगत रूप से ऐसे स्थान चिन्हित करेंगे जहॉ सीसीटीवी
कैमरों की संख्या कम हो।
3-अभियान के दौरान लगाये जाने वाले सीसीटीवी कैमरों की फनंसपजल (गुणवत्ता) पर विशेष फोकस किया जाये, सभी थाना/हल्का/चैकी प्रभारी प्रयत्न करें, अभियान के दौरान जो भी कैमरे लगाये जायें उनकी गुणवत्ता उच्च कोटि की हो, जैसे Night vision, IP camera, एंव सभी कैमरों में बैकअप कम से कम एक माह को तो हो।
4-बाजार क्षेत्रों में/रूटों पर यह फोकस किया जाये कि कैमरे का रूख ऐसी दिशा में हो जिसमें संदिग्ध अपराधी/वाहन की पहचान हो सके।
5-सभी चीता मोबाईल अपनी-अपनी बीट पुस्तिका में निर्धारित फार्मेट (प्रारूप) में सीसीटीवी सम्बन्धी सूचना को रखेंगे, जिससे उनके क्षेत्र में घटित अपराध की रोकथाम/वर्कआउट के दृष्टिगत सहयोग मिल सके।
6-समस्त थाना प्रभारी व्यक्तिगत रूप से व्यापार मण्डल/रेजिडेंट वैलफेयर सोसाइटी आदि से अनुरोध कर अधिक से अधिक
सीसीटीवी लगवा कर अभियान को सफल बनायेंगे।

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