एसएसपी जन्मेंजय खंडूरी ने दून के ट्रैफिक को लेकर फिर ली विभागों की क्लास

देहरादून

जनपद की यातायात व्यवस्था में प्रभावी सुधार हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून जनमेजय खंडूरी द्वारा सभी सम्बन्धित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्य योजना बनाये जाने की बात कही गयी थी, जिसके परिप्रेक्ष्य में पुलिस कार्यालय सभागार में नगर निगम, एमडीडीए, लोक निर्माण विभाग, एन0एच0 तथा देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पदाधिकारियो के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
गोष्ठी के दौरान जनपद देहरादून की यातायात व्यवस्था तथा ट्रैफिक लाइट्स के संचालन सम्बन्धी विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए यातायात सुधार की दिशा में आपसी समन्वय से कार्य करते हुए प्रभावी कदम उठाने पर आम सहमति बनी थी।
पुलिस कार्यालय देहरादून स्थित सभागार कक्ष मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून की अध्यक्षता में पुन: सभी सम्बन्धित विभागों के पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी आयोजित कर इस दौरान यातायात सुधार की दिशा मे विभिन्न विभागों द्वारा किये गये प्रयासो की समीक्षा की गयी तथा भविष्य में यातायात सुधार की कार्ययोजना में काम करने हेतु निम्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी।

1- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न चौराहों पर आम जन-मानस की सहायता हेतु लगाये गये डिस्ट्रेस/पैनिक बटनों को जल्द से जल्द शुरू किया जायेेगा। जिससे कि आपात स्थिती में आम जनमानस द्वारा इन बटनों का उपयोग करने पर तत्काल उन तक आवश्यक सहायता पहुचाई जा सके।

2- पूर्व में पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देशित किया गया था कि वह सभी सम्बन्धित विभागों से सम्न्वय स्थापित करते हुए सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में सामंजस्य रखते हुए यातायात का सुचारू संचालन करना सुनिश्चित करेंगे। उक्त आदेशों के अनुपालन में नगर क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न चौको पर लगी 49 ट्रैफिक लाइटों में से 33 ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए यातायात का संचालन किया जा रहा है तथा आगामी एक सप्ताह के भीतर सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित कर यातायात का संचालन किया जायेगा। जिसके उपरान्त मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव की सही स्थिती के बारे में जानकारी प्राप्त हो पायेगी।

3- वीआईपी/वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान यातायात को रोकने के लिये स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के माध्यम से ही ब्लिंकर लाइटों का प्रयोग किया जायेगा तथा किसी भी दशा में 10 मिनट से अधिक समय के लिये यातायात को रोका नहीं जायेगा। विभिन्न चौको पर यातायात ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी किसी भी दशा में ट्रैफिक लाइटो का मैनुवली संचालन नहीं करेंगे। साथ ही मुख्य मार्गों पर जिन स्थानों पर गड्ढों आदि के कारण यातायात संचालन में बाधा उत्पन्न होती है तथा दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है। ऐसे स्थानों पर पीडब्ल्यूडी की सहायता से मार्गाे को दुरूस्त किया जायेगा।

4- जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइटों के कम ऊंचाई पर लगे होने के कारण पीछे लेन में लगे वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पडता है, ऐसे चौराहों को चिन्हित करते हुए वहां पर ट्रैफिक लाइटों की ऊंचाई को बढाया जायेगा, जिससे कि पिछली लेन में लगे वाहन चालकों को भी लाइटों की यथास्थिती की जानकारी हो सके।

5- गोष्टी के दौरान स्मार्ट सिटी के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि रात्रि 10:30 बजे से प्रातः 06:00 बजे तक यातयात संचालन हेतु ट्रैफिक लाइटों को ब्लिंकर मोड पर चलाया जाए।

6- नगर क्षेत्र के ऐसे सभी चौराहो पर जहां जेब्रा क्रासिंग तथा यातायात सम्बन्धी अन्य यातायात चिहन नहीं बने हैं, ऐसे सभी चौरोहो को पीडब्ल्यूडी द्वारा चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है। एसे सभी चौराहों पर जल्द ही जेब्रा क्रासिंग तथा यातायात सम्बन्धी अन्य यातायात चिहनों को बनाने का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा, साथ ही शहर के मुख्य/यातायात दबाव वाले मार्गों पर नो ओवरटेक के साइन बोर्ड लगवाये जायेंगे, जिससे कि उक्त मार्गों पर वाहन अपनी ही लेन में चलें तथा ओवरटेक के प्रयास में अनावश्यक रूप से यातायात बाधित/धीमा न हो। इसके अतिरिक्त प्रयोग के तौर पर हरिद्वार बाईपास रोड पर यातायात संचालन हेतु सीमेंटेड डिवाइडर लगाते हुए अपनी ही लेन में यातायात का संचालन सुनिश्चित किया जायेगा तथा इससे यातायात व्यवस्था में पडने वाले प्रभाव का आंकलन किया जायेगा।

7- मुख्य मार्गों पर कई स्थानों पर सडकों के किनारे लगी ट्रैफिक लाइटें पेडों से ढक गयी हैं, जिससे अक्सर वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइटों की वस्तुस्थिति की जानकारी ना होने के कारण यातायात संचालन में दिक्कतें आती हैं, ऐसे स्थानों पर नगर निगम द्वारा वन-विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पेडों की लॉपिंग (छटाई) करायी जायेगी।

8- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत सभी चौराहो पर लगाई गयी ट्रैफिक लाइटों का 01 सप्ताह के अन्दर सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित किया जायेगा तथा ऐसे स्थानों पर जहा ट्रैफिक लाइटों की सहायता से यातायात का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है, उक्त स्थानों से पुलिस बल को कम करते हुए यातायात के अधिक दबाव वाले क्षेत्रों में नियुक्त किया जायेगा।

9- जनपद देहरादून क्षेत्र अंतर्गत जिन स्थानों पर एन0एच0 तथा स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य प्रगति पर है, उक्त स्थानों पर रात्रि के समय अधिक से अधिक निर्माण कार्यों को कराए जाने हेतु संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया, जिससे कि दोपहर के समय यातायात व्यवस्था पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सके। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर संबंधित विभागों को पुलिस सहायता उपलब्ध कराने हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया गया जिससे कि निर्माण कार्यो में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो तथा समय से सारे निर्माण कार्य पूर्ण किये जा सके।

10- जनपद देहरादून के नगर क्षेत्र में विभिन्न चौको पर लगी खराब ट्रैफिक लाइटों को हटाने की प्रक्रिया जल्दी ही शुरू की जायेगी तथा इस सम्बन्ध में विज्ञप्ति के माध्यम से सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं को सूचित किया जायेगा, यदि किसी भी कार्यदायी संस्था द्वारा खराब पड़ी लाइटों पर अपना दावा प्रस्तुत नहीं किया जाता तो इस स्थिती में 6 माह के अन्दर उन्हें नीलाम कर दिया जायेगा।

गोष्ठी के दौरान स्वप्न किशोर सिंह (पुलिस अधीक्षक यातायात), राम उनियाल, अनुदेव गुसांई प्रोजेक्ट मैनेजर (एच0पी0ई0), सुरेन्द्र सिहं (ए0ई0 एन0एच0) गिरीश बडथ्वाल (सहायक अभियन्ता पीडब्ल्यूडी), श्री ओमप्रकाश जयसवाल (एडीशनल क्लर्क एमडीडीए) व अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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