राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन के बैनर तले पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर धरनाआयोजित किया गय़ा।
आंदोनकारियो का कहना था कि वर्तमान सरकार द्वारा लगातार राज्य आंदोलनकारियों की घोर उपेक्षा और संवादहीनता के चलते सभी राज्य आंदोलनकारियो मे आक्रोश पैदा हो रहा है। इस आक्रोश के चलते राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन के बैनर तले पूर्व मे भी 5-फरवरी क़ो मुख्यमन्त्री घिराव एवं 5-दिसम्बर क़ो विधानसभा घिराव किया गय़ा औऱ दोनो हीं समय मुख्यमन्त्री से वार्ता क़ा आश्वासन दिया गय़ा परन्तु आज तक सरकार द्वारा कोई संवाद नही किया गय़ा। राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन ने सरकार क़ो राज्य स्थापना दिवस तक 9 नवंबर तक यदि मांगे पूरी नही होती तो उसके उपरांत आर पार की लड़ाई लड़ी जायेगी औऱ सरकार के घमण्ड क़ो तोड़ने के लिए सब एक जुट है।
सभी राज्य आन्दोलनकारियों ने एक सुर मे शहीद स्मारक क़ो तोड़ने क़ी अफवाहों क़ो कड़ा विरोध किया।
आज संयुक्त संगठन के धरने मे मुख्य रूप से उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच, उत्तराखण्ड संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति (रजि),चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति, उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संगठन,उत्तराखण्ड चिन्हित आंदोलनकारी मंच
व अन्य संगठन शामिल हुए।
राज्य आन्दोलनकारियों की प्रमुख मांगो में
*01-* मुजफ्फरनगर , खटीमा , मसूरी गोली काण्ड के दोषियों क़ो सजा दिलाओ।
*02-* राज्य आंदोलनकारीयों क़ा 10% शिथिलता (क्षैतिज आरक्षण एक्ट) लागू करने एवं 04-वर्षो से चिन्हीकरण के लम्बित प्रक्रिया के साथ हीं एक समान पेंशन लागू करें एवं राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद क़ा शीघ्र गठन किया जाए।
*03-* शहीद परिवार व राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों की पैशन क़ा शासनादेश पुनः लागू किया जाए।
*04-* स्थाई राजधानी गैरसैण शीघ्र घोषित किया जाए।
*05-* समूह ” ग ” भर्ती हेतु रोजगार कार्यालय पंजीकरण मे स्थाई स्थाई निवास प्रमाण पत्र क़ी अनिवार्यता लागू किया जाए।
*06-* राज्य मे सशक्त लोकायुक्त लागू किया जाए।
*07-* राज्य क़ा जन विरोधी भू-कानून वापस लिया जाए।
*08-* उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के शहीद स्मारकों क़ा संरक्षण व निर्माण व्यवस्था शीघ्र लागू किया जाए।
धरने मे मुख्य रूप से सुशीला बलूनी , धीरेन्द्र प्रताप , रविन्द्र जुगरान , भूपेन्द्र रावत , वेदप्रकाश शर्मा , बीरा भण्डारी , रमन शाह , सावित्री नेगी , राजेन्द्र रावत , महेन्द्र रावत , जगमोहन सिंह नेगी , हरिकृष्ण भट्ट , प्रदीप कुकरेती , जबर सिंह पावेल , ओमी उनियाल , प्रदीप कुकरेती,
प्रदीप भण्डारी , चंद्रकाता बेल्वाल , उर्मिला शर्मा , वीरेन बजेठा , भीम सिंह रावत, यशवीर आर्य , डी एस गुंसाई , लोक बहादुर थापा , प्रभात डन्ड्रियाल , ललित जोशी , डा नरेन्द्र डंगवाल , सुशील विरमानी , विपुल नौटियाल ,
जानकी गोस्वामी , विक्रम भण्डारी , सरिता नेगी , डी एस गुसाईं , लालचंद शर्मा , युद्धवीर चौहान , वेदानन्द कोठारी , केशव उनियाल , राजेन्द शाह , भूमा रावत , पुष्पलता सिल्माणा , सुदेश सिंह , सुरेश नेगी , नोगाई , सुमित थापा (बंटी) पवन शर्मा , अजय राणा , अंबुज शर्मा , राकेश नौटियाल , जीत पाल बर्त्वाल , रुकम पोखरियाल , कमला भट्ट , अरुणा थपलियाल , चन्द्र किरण राणा , कलम सिंह गुसाईं , आमोद पैन्यूली , सुलोचना गुंसाई , राजेश पाँथरी , सुरेश भाटिया , राजेन्द्र शाह , दिगम्बर सती , रमेश चन्द्र , देवी प्रसाद व्यास आदि मौजूद थे।