अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने एवम् वीआईपी का नाम खोलने को महिला कांग्रेस ने निकाला राजधानी की हृदयस्थली घंटाघर पर कैंडल मार्च

देहरादून

 

प्रदेश महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने व वीआईपी का नाम उजागर करने के लिए रविवार शाम को घंटाघर से कैंडल मार्च निकाला गया।

सरकार से अंकिता भंडारी की आत्मा को न्याय दिलाने के लिए कोई विकल्प तलाशने का अनुरोध भी किया गया कैंडल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बेटी अंकिता की आत्मा, हम सबसे प्रश्न पूछ रही है। पूरी मानवता व पूरे जागृत जनमत से पूछ रही है, आखिर कोई तो है मेरा गुनाहगार? वहीं हरदा ने की महिला महाकुम्भ की घोषणा कहा कि अगले वर्ष 1 जनवरी 2024 को महिला महाकुम्भ होगा जो सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल करेगा।

कार्यक्रम की आयोजक महिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने कहा कि अंकिता के साथ हुए अन्याय से हम बहुत उद्देलित है हमारी बेटियों के साथ हुए इन विभत्स अपराध के दोषियों को सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार को आगे आना चाहिए और उस वीआईपी का नाम सार्वजनिक करना चाहिए।

इस अवसर पर कैंडल मार्च में महेंद्र नेगी, शीश पाल बिस्ट , आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, नजमा खान, रहीसा फातिमा, निशान परवीन, शूबम ,गरिमा दसोनी, पुष्पा पंवार, चंद्रकला नेगी, साधना तिवारी, अनुराधा तिवारी, परिणीता बडोनी, शिवानी थपलियाल, थापा, राजकुमार जायसवाल ,ओम् प्रकाश सत्ती बबन ,मनोज नौटियाल , आदि सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया।

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