कर्णप्रयाग के दीपक रावत हत्याकांड में ग्रामीणों का डीएम कार्यालय में किया हंगामा

देहरादून/कर्णप्रयाग

 

19 नवम्बर को सैंज गांव के कर्णप्रयाग ब्लॉक चमोली गढ़वाल में दीपक सिंह रावत का शव संदिग्ध परिस्थिति में मिला था जिसके बाद परिजनों व गांव वालों द्वारा 4 लोगों के विरुद्ध राजस्व पुलिस में नामजद रिपोर्ट लिखवाई गई थी। परन्तु कई दिन बीत जाने के बाद भी जब राजस्व पुलिस द्वारा मामले में गम्भीरता न दिखाये जाने पर ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी से आग्रह कर मामले को को रेग्युलर पुलिस को जांच सौंपी जाने की मांग की गई व 7 दिसम्बर को मृतक दीपक रावत की हत्या का मामला रेग्युलर पुलिस के पास आ जाने के बाद से आज 30 दिसम्बर तक मामले में किसी तरह की कोई गिरफ्तारी व कार्यवाही न होने से गुस्साए ग्रामीणों द्वारा आज गोपेश्वर डीएम कार्यालय जाकर अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और सजा दिलाये जाने को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

 

परिजनों व ग्रामीणों का कहना है कि घटना 19 नवम्बर को हुई थी और आज लगभग डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी न तो हत्यारों की गिरफ्तारी हुई और न ही इस मामले में किसी तरह पुलिस द्वारा कोई जांच की जा रही है उल्टा मृतक के परिजनों को आये दिन कर्णप्रयाग थाने में बुलाया जा रहा है मृतक की पत्नी का स्वास्थ्य खराब ही रहता है और उसके 9 व 7 साल के 2 छोटे बच्चे हैं ऐसे में एक असहाय महिला अपने पति के हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए और न्याय के लिए जिलाधिकारी महोदया के समक्ष गुहार लगाने के लिए ग्रामीणों संग गोपेश्वर जा पहुंची।

 

परिजन व ग्रामीण आक्रोशित होकर जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचे और पेट्रोल पंप गोपेश्वर से जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहुंचे इसके बाद आक्रोशित लोगों ने जिलाधिकारी से मुलाकात करते हुए नाराजगी जताई कि मृतक युवक दीपक को और उसके अनाथ बच्चों और पत्नी को न्याय नहीं मिल पा रहा है ग्रामीणों का कहना है कि 40 दिनों बाद भी शासन और प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का खुलासा न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द प्रशासन ने दीपक के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया तो वे राष्ट्रीय राजमार्ग बद्रीनाथ जाम करने जैसा कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे वहीं मृतक दीपक रावत की पत्नी ने कहा कि अगर उसको न्याय नहीं मिला और उसके पति के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह खुद जिलाधिकारी कार्यालय पर अपने लिए फांसी की मांग करेंगी।

 

दीपक रावत हत्याकांड मामले में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे लोगों से मुलाकात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हत्या के खुलासे के लिए रेगुलर पुलिस को मामला सौंपा गया है और इसको लेकर पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत चौहान से भी बात हुई है जिस पर पुलिस जांच कर रही है।वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में प्रशासन पूरी गंभीरता से कार्यवाही करेगा और दोषियों को जरूर दिलवाएगा।

 

प्रदर्शनकारीयों में दीपक रावत के परिजन, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रेनू नेगी,सेवादल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संजय रावत, महिपाल सिंह, जेठूली देवी, लक्ष्मण बिष्ट, बीरेंद्र रावत, देवी मैखुरी, प्रेम रावत, विनोद रावत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।

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