देहरादून
लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत आज कुल 75 मार्ग अवरूद्ध हुये तथा 140 मार्ग कल के अवरूद्ध थे अर्थात कुल 215 अवरूद्ध मार्गो में से 102 मार्गो को आज खोल दिया गया है। शेष 113 मार्ग अवरूद्ध है, जिसमें से 0 राष्ट्रीय राजमार्ग, 10 राज्य मार्ग, 03 मुख्य जिला मार्ग, 03 अन्य जिला मार्ग एवं 97 ग्रामीण मार्ग अवरूद्ध है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के अन्तर्गत आज 19 मार्ग अवरूद्ध हुये तथा 178 मार्ग कल अवरूद्ध थे अर्थात कुल 197 अवरूद्ध मार्गो में से आज 50 मार्गो को खोल दिया गया है, शेष 144 अवरूद्ध मार्गो को खोले जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान में राष्ट्रीय राज मार्गों पर 0 मशीने, राज्य राजमार्गो पर 25 मशीने, मुख्य जिला मार्गो पर 11 मशीने, अन्य जिला मार्गो पर 09 मशीने, तथा ग्रामीण मार्गो पर 105 मशीने, कुल 150 मशीने कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के मार्गो पर 27 मशीने लगायी गयी है।
ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत राज्य के जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। जिला चमोली, पौड़ी, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग के क्षेत्रों में वर्षा के कारण कई ग्रामों में विद्युत व्यवस्था बाधित चल रही है। जिला चमोली में गाडतक, द्रोणागिरी ग्रामों में जब तक लोक निर्माण विभाग द्वारा रोड कार्य नहीं कराया जाता है तब तक उक्त ग्रामों में विद्युत व्यवस्था सुचारू नहीं किया जा सकता हैं।़ वर्तमान तक राज्य में कुल 428 ग्रामों में विद्युत बाधित थी। जिसमें से 311 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति पूर्णरूप से सुचारू कर दी गई हैं। शेष 117 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति हेतु कार्य किया जा रहा है।
जल संस्थान के अन्तर्गत आपदा से पेयजल योजनाआें के क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल योजना से सुचारू जलापूर्ति उपलब्ध कराये जाने हेतु शाखाओं के अन्तर्गत कार्यरत प्रशिक्षित फिटर एवं बेलदार तैनात किये गये हैं। आपदा की स्थिति में, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु विभिन्न शाखाओं में 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध हैं एवं 219 किराये के पेयजल टैंकर चिन्हित हैं।
राज्य के अन्तर्गत वर्ष 2022 में दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से वर्तमान तक कुल 975 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनमें से 950 पेयजल योजनायें अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया हैं। शेष 25 ( टिहरी कीर्तिनगर-23, देहरादून-1, बागेश्वर-1) योजनाओं को चालू किये जाने की कार्यवाही प्रगति पर हैं। वर्तमान तक प्राप्त सूचनानुसार विगत 03 दिवस के भीतर दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से 28 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिनमें से 03 पेयजल योजनाओं को अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया है। शेष 25 योजनाओं को चालू किये जाने की कार्यवाही प्रगति पर हैं।
कृषि विभाग के अन्तर्गत जनपद पौड़ी के विकासखण्ड यमकेश्वर के अन्तर्गत विभिन्न ग्राम में अतिवृष्टि से कुल 21.80 है0 कृषि भूमि प्रभावित हुई है जिसमें 13.90 है0 सिंचित तथा 7.90 है0 असंचित कृषि भूमि शामिल हैं।
उक्त विकासखण्ड में प्रभावित क्षेत्र में 1.50 है0 कृषि भूमि पर फसलों की क्षति 50 प्रतिशत से अधिक तथा 20.30 है0 में 33 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है।
क्षति का कारण अतिवृष्टि के फलस्वरूप बाढ़ से भूमि का कटाव तथा कृषि भूमि पर मलवा आना है।
सिंचाई विभाग के अन्तर्गत 19.08.2022 को मध्य रात्रि में जनपद देहरादून में आयी अतिवृष्टि के कारण सिंचाई विभाग की विभिन्न नहरें एवं बाढ़ कार्य को भारी नुकसान हुआ है। विकासखण्ड राजयपुर एवं डोईवाला के ग्रामीण क्षेत्रों में 4 नहरों के हैड एवं नहरों को भारी क्षति हुई है एवं 8 बाढ़ कार्यो को भी नुकसान हुआ है। बाढ़ का पानी कम होने पर दैवीय आपदा क्षतिग्रस्त नहरों एवं बाढ़ कार्यों को पुनः मरम्मत कर लिया जायेगा।