देहरादून/ऋषिकेश
सोमवार को सीवर की माँग को लेकर आमजन के साथ कांग्रेस जनों ने ऋषिकेश निर्माण एंव अनुरक्षण ईकाई गंगा उत्तराखण्ड पेयजल निगम के ऋषिकेश कार्यालय में पहुँचे।
कार्यालय में प्रोजेक्ट मैनेजर सहित कोई भी अधिकारी मौजूद ना होने पर गुस्साये लोगों ने कार्यालय का घेराव किया। बाद में परियोजना प्रबंधक ने फ़ोन पर मंगलवार को मिलकर बात कर समस्या का निवारण करने का आश्वासन दिया और फिर कांग्रेस जनों ने ज्ञापन प्रेषित किया ।
कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने कहा कि एक ओर भाजपा के लोग केन्द्र सरकार के नौ सालों का जश्न मनाने में मस्त हैं और ऋषिकेश के विधायक अपने सोलह सालों के कार्यकाल में विकास की गंगा बहाने की बात करतेसहैं परन्तु आज भी ऋषिकेश विधानसभा का पचास प्रतिशत से अधिक क्षेत्र सीवर सुविधा से वंचित है एक ओर सरकार करोड़ों रूपये गंगा को स्वच्छ रखने न स्वच्छ भारत अभियान में खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर विधानसभा के कई इलाक़ों में सीवर सीधा गंगा नदी व सहायक नदियों में जा रहा है परन्तु सरकार व सरकार के लोग केवल अपनी झूठी तारीफ़ करके पीठ थपकी काम कर रहे हैं ।
रमोला ने कहा अगर शीघ्र ही प्रस्तावित सीवर के कार्यों को पूरा नहीं किया गया तो कांग्रेसजन क्षेत्र की जनता के साथ ढोल लेकर विभागीय अधिकारियों को घेरने का काम करेंगे ।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष नीलम तिवारी व समाजिक कार्यकर्ता डा० बीएन तिवारी ने कहा कि कृष्णानगर कालोनी, सर्वहारानगर, बापुग्राम,
शिवाजीनगर, सोमेश्वर मंदिर, गंगा नगर, सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जहां अभी तक सीवर लाइन नहीं पड़ी है उन क्षेत्रों को सीवर लाइन से जोड़ने के लिये लगातार लोग माँग कर रहे हैं परन्तु अभी तक शासन व सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई ।
तिवारी ने कहा कि ऋषिकेश धर्मनगरी है जहां मां गंगा एवं तीर्थ स्थल, पर्यटक स्थल तथा योगनगरी के रूप में विश्व के मानचित्र पर अंकित है। फिर भी आज भी कई क्षेत्र में सीवर लाइन नही होने के कारण तमाम लोग खुले में शौच जाने को मजबूर है और सीवर ना होने के कारण कई क्षेत्रों की सीवर गंदगी नाले व नदी में आम तौर पर प्रवाहित होते है जिससे गंगा प्रदूषित होती है। साथ ही गंदगी बढ़ने के साथ बीमारी भी फैल रही है इसलिये सीवर के कार्य को शीघ्र करवायें अन्याय आंदोलन किया जायेगा।
घेराव में पार्षद जगत सिंह नेगी,चंद्रकांता जोशी, शैलेंद्र गुप्ता, सुरेश, राम बदन, विद्यावति, विनोद, मीरा देवी, हेमलता, सुनीता, नन्दा, कांता, सुमन, कमला, लता, संत, तारा कश्यप, ऊषा देवी, प्रिया हलदार, विद्यावती, तारा देवी, सावित्री देवी, समिता, लीलावती, मालती, संजय गुप्ता आदि मौजूद थे।