देहरादून
शनिवार को जल संस्थान-जल निगम समस्त मोर्चा के बैनर पर पूर्व घोषित कार्यकम के अनुसार पेयजल कार्मिकों द्वारा पूरे प्रदेश समस्त जनपदों/ नगरों में जल संस्थान-जल निगम समस्त मोर्चा के बैनर तले प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक धरना दिया गया। जनपद देहरादून में मुख्य महाप्रबन्धक कार्यालय, उत्तराखण्ड जल संस्थान, “जल भवन” बी-ब्लाक, नेहरू कालोनी देहरादून में धरना दिया गया।
जल संस्थान-जल निगम मोर्चे के संयोजक रमेश विंजोला ने शीघ्र 2 मांगों को हल करने की मांग की गयी है..
1. उत्तराखण्ड पेयजल निगम एवं उत्तराखण्ड जल संस्थान का एकीकरण करते हुये राजकीयकरण किया जाये।
2. UUSDA द्वारा कराये जा रहे समस्त पेयजल / सीवरेज निर्माण कार्य उत्तराखण्ड पेयजल निगम के माध्यम से कराये जाये तथा उक्त कार्यों का अनुरक्षण / संचालन कार्य उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा ही किया जाये तथा शहरी विकास विभाग में वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर तैनात अभियन्ताओं को तत्काल उनके मूल विभाग में वापिस भेजा जाये व शहरी विकास विभाग द्वारा ADB से लिये गये लोन के सापेक्ष कराये गये समस्त पेयजल / सीवरेज कार्यों की जांच एस०आई०टी० गठित करके करायी जाये।
जल संस्थान-जल निगम संयुक्त मोर्चे के संयोजक विजय खाली ने बताया की मांगे पूरी न होने पर आन्दोलन को निर्धारित समयानुसार किया जायेगा।
1. 20 जनवरी को पूरे उत्तराखण्ड स्थित सभी जल निगम एवं जल संस्थान के कार्मिको / पेन्शनरों द्वारा नगरों / जनपदो मे प्रातः 10:00 से 12:00 बजे तक सांकेतिक धरना दिया जायेगा।
2. 21 एवं 22 जनवरी को सभी जनपदो / नगरो मे जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शासन / सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।
3. 23 एवं 24 जनवरी को पूरे उत्तराखण्ड स्थित सभी जल निगम एवं जल संस्थान के कार्मिको / पेन्शनरों द्वारा नगरों/जनपदों में प्रातः 10 से 12बजे तक धरना दिया जायेगा तथा ज्ञापन जिलाधिकारी / उपजिलाधिकारी / तहसीलदार के माध्यम से प्रेषित किया जायेगा।
4. 25 जनवरी को सभी जनपदो/नगरों में कार्मिको / पेन्शनरों द्वारा रैली का आयोजन किया जायेगा।
5. 27 जनवरी तक मांगो का समाधान न होने पर सभी नगरो / जनपदो मे अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा और निर्माण कार्यों का पूर्ण बहिष्कार किया जायेगा। पेयजल व्यवस्था बाधित न हो तथा आम जनता को असुविधा न हो, इसके दृष्टिगत संचालन कार्यों को प्रभावित नही किया जायेगा।
परन्तु 31जनवरी तक भी शासन / सरकार द्वारा मांगो का समाधान नही किया जाता है, तो इन परिस्थितियों मे 1 फरवरी से मोर्चे की उच्चाधिकार समिति की बैठक में पूर्ण कार्य बहिष्कार / हड़ताल पर निर्णय लिया जायेगा। धरना कार्यक्रम में जितेन्द्र सिंह देव, रमेश विंजोला, विजय खाली, श्याम सिंह नेगी, महेश चन्द्र भट्ट, लाल सिंह रौतेला, शिशुपाल सिंह रावत, विनोद सिंह, आशीष तिवारी, धन सिंह चौहान, संदीप मलोहत्रा, नन्द कुमार तिवारी, जगत सिंह, रमेश चन्द्र शर्मा, सरिता नेगी, ममता भाकुनी, संतोष पुण्डीर, कांता देवी आदि उपस्थित रहे।