देहरादून
ओएनजीसी ने अपने स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कौलागढ़ इस्तीथ कम्युनिटी हॉल में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य कचरे से उपयोगी चीजें बनाना था, जो ‘वेस्ट टू वेल्थ’ थीम पर आधारित था। यह पहल ओएनजीसी द्वारा 1 जुलाई से शहर भर में मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा के हिस्से के रूप में की गई।
स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान ओएनजीसी ने कई कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें ‘प्लास्टिक लाओ और राशन पाओ’, ‘प्लास्टिक पन्नी लाओ और कपड़े का थैला पाओ’, और विभिन्न सफाई अभियान शामिल थे। इसके अलावा, शहर के प्रमुख स्थानों पर ठंडे पानी के कूलर भी स्थापित किए गए हैं।
आज की कार्यशाला में वंदिता, पिक्कू, जो एक कलाकार है और कचरे से नई-नई चीजें बनाने में विशेषज्ञ हैं, ने बच्चों को प्लास्टिक की खाली बोतल, टिन के डब्बे, कांच की बोतलें, गत्ते और पेपर का उपयोग करके उपयोगी वस्तुएं बनाने के बारे में सिखाया। इस कार्यशाला में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया और ‘बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट’ के सिद्धांत को अपनाया।
कार्यक्रम के अंत में ओएनजीसी के सुशील कुमार सडाना , अविनाश एवं रोहित द्वारा बच्चों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया. कुल 50 बच्चो द्वारा इसमें प्रतिभाग किया गया।
नवीन कुमार सडाना द्वारा कहा गया की वेस्ट वारियर्स संस्था जो की उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश मे कचरे की समस्या और इसके सही तरीके से लोगो को जागरूक कर रही है और साथ ही इसके सही निस्तारण का भी प्रावधान प्रदान कर रही है और 1 जुलाई से ओएनजीसी को इस पखवाड़े के सही संचालन के लिए मदद कर रही है।
ओएनजीसी का यह स्वच्छता पखवाड़ा न केवल सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास है, बल्कि कचरे के सही प्रबंधन और पुन: उपयोग को भी प्रोत्साहित करता है। इस पहल के माध्यम से ओएनजीसी और वेस्ट वॉरियर्स संस्था समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करना चाहता है।