डॉ.प्रतिमा सिंह बनी राजीव गांधी स्टडी सर्किल की राज्य समन्वयक,प्रतिमा सिंह DAV (PG) कॉलेज के लॉ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

डॉ.प्रतिमा सिंह बनी राजीव गांधी स्टडी सर्किल की राज्य समन्वयक,प्रतिमा सिंह DAV (PG) कॉलेज के लॉ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं

देहरादून

राजीव गांधी स्टडी सर्किल के अध्यक्ष अशोक गहलोत के निर्देश पर डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून में विधि विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रतिमा सिंह को राजीव गांधी स्टडी सर्किल, उत्तराखंड राज्य का अतिरिक्त राज्य समन्वयक नियुक्त किया गया है।

यह जानकारी राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो. सतीश कुमार द्वारा दी गई है।

बताते चलें कि वर्ष 2005 में स्थापित राजीव गांधी स्टडी सर्कल एक अशासकीय संस्था है। इसकी स्थापना छात्र-युवा समुदाय में सही एवं स्वस्थ विचारों की चिन्तनशक्ति एवं अभिव्यक्ति को प्रेरित करने,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं आधुनिक भारत-शिल्पी जवाहरलाल नेहरू की राष्ट्रनिर्माण की वैचारिक परम्परा एवं उसके दर्शन के बुनियादी सिद्धांतों के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक एवं संस्कारित करने तथा स्व.राजीव गांधी के इक्कीसवीं सदी के सपनों एवं चुनौतियों के अनुरूप ज्ञानार्जन की चेतना जागृत करने में रचनात्मक योगदान देने के लिए की गई। इसके लिए देश के सभी राज्यों एवं जिलों के साथ विश्वविद्यालयीय एवं महाविद्यालयीय शैक्षणिक परिसरों तक राजीव गांधी स्टडी सर्कल की इकाइयों के सांगठनिक विस्तार एवं उसकी रचनात्मक शैक्षणिक भूमिका सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया और इस दिशा में सतत प्रयास जारी हैं।

हमारी जनसंख्या का बड़ा भाग युवा है। इनमें 16 से 25 वर्ष आयु वर्ग युवा महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत हैं, जिनमें 18 वर्ष तक के युवाओं राजीव गांधी ने मताधिकार देकर लोकतंत्र का उत्तरदायी नागरिक बनाया। इनके साथ महिलाओं और सभी कमजोर एवं वंचित वर्गों को सत्ता की सीधी साझेदारी से जोड़ने की पहल की।अत: इन सबके साथ युवा वर्ग को राष्ट्रीय जीवन में अपने दायित्वों के प्रति जागरूक करने में योगदान देना राजीव गांधी स्टडी सर्कल अपनी जिम्मेदारी समझता है।

आधुनिक ज्ञान आधारित समाज में स्टडी सर्कल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राजीव गांधी स्टडी सर्कल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और सामाजिक सत्ता संघर्ष का मंच नहीं है।यह विशुद्ध रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतांत्रिक जीवन मूल्यों और राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के महापुरुषों एवं शहीद सेनानियों के सपनों एवं आदर्शों के प्रति युवा पीढ़ी की आस्था को संजोने का एक प्रयास है। राजीव गांधी स्टडी सर्कल के माध्यम से महाविद्यालयों/ विश्वविद्यालयों के शिक्षक एवं विद्यार्थी राष्ट्र के नवनिर्माण में स्व.राजीव गांधी की अवधारणा को बल प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।

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