देहरादून/लालकुआं
शुक्रवार को वीआईपी गेट के पास बड़ा हादसा हो गया, जब मजदूरों की झोपड़ी में लगी आग ने विकराल रूप लेते हुए आसपास की दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही देर में कई दुकानें जलकर राख हो गईं।ये तो शुक्र हुआ कि इतने बड़े अग्निकांड के बावजूद किसी की जान का कोई नुकसान नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक, वीआईपी गेट के पास बनी दुकानों के पीछे मजदूरों की झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग फैलकर दुकानों तक पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू पाना संभव नहीं हो सका।
घटना की सूचना मिलते ही सेंचुरी पेपर मिल की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक झोपड़ियों और दुकानों में रखा सारा सामान जलकर खाक हो चुका था। इसके बाद उत्तराखंड अग्निशमन विभाग की फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने एक बार फिर लालकुआं में फायर ब्रिगेड कार्यालय स्थापित करने की मांग की है। यहां वन निगम के डिपो, इंडियन ऑयल डिपो और कई बड़े उद्योग होने के कारण आग लगने का खतरा हमेशा बना रहता है। समय पर फायर ब्रिगेड न होने के कारण ऐसी घटनाओं में बड़ा नुकसान हो जाता है। पहले भी कई बार क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से फायर स्टेशन बनाने की मांग की है लेकिन इसको हमेशा अनदेखा किया जाता रहा है।