देहरादून
सीटू से संबद्ध उत्तराखंड आशा कार्यकत्री यूनियन व आंगनवाड़ी कार्यकत्री सेविका कर्मचारी यूनियन ने बड़ी संख्या में अपनी मांगों को लेकर एल.आई. सी कार्यालय धर्मपुर के समक्ष एकत्रित हुई और विधान सभा कूच किया ।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पिछले वर्ष 3 मार्च 2024 को आशा ,आंगनवाड़ी , भोजनमाताओं से वायदा किया था कि वे इनका मानदेय लोकसभा चुनाव के पश्चात बढ़ाएंगे किंतु एक वर्ष पश्चात भी मानदेय से लेकर अन्य मांगों को पर कोई कार्यवाही नहीं की उन्होंने कहा कि सरकार यदि मानदेय सहित विभिन्न मांगों पर कार्यवाही नहीं करती है तो वे आने वाले समय में हड़ताल करने को भी बाध्य होंगे । उन्होंने 8 मार्च महिला दिवस पर भी आंदोलन की धमकी दी है ।
इस अवसर पर इस अवसर पर सीटू के जिला महामंत्री लेखराज , उपाध्यक्ष भगवंत पयाल, किसान नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवप्रसाद देवली , राजेंद्र पुरोहित , अनंत अकाश ,अभिषेक भंडारी, रविन्द्र नौडियाल , हरीश कुमार, किरण यादव , पेटवाल , आशाओं की प्रांतीय अध्यक्ष शिवा दुबे , नीरा कंडारी , आंगनवाड़ी यूनियन से प्रांतीय महामंत्री चित्रा , जिला अध्यक्ष रजनी गुलेरिया , सुनीता रावत , लक्ष्मी पंत ,संघ मित्रा , आदि ने विधान सभा कूच का नेतृत्व किया और बड़ी संख्या में आशा व आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां विधान सभा कूच में शामिल रही।
जिनकी मुख्य मांगे इस प्रकार थी…
1. मानदेय में वृद्धि की जाए ।
2. आशा घर बनाया जाए
3. आशाओं का मानदेय देने में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए
4. सेवानिवृत्ति पर ग्रेजुएटी , 5 लाख रुपए एक मुश्त मिले ।
5. न्यूनतम वेतन दिया जाए ,
6. पोषण ट्रैकर ऐप पर रोक लगे ।
7. फेस के द्वारा ए.के.वाई.सी पर रोक लगाओ
8. माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार आंगनवाड़ी को ग्रेजुवेटी का भुगतान किया जाए ।
9. स्कीम वर्करों को कर्मकार घोषित किया जाए ।
10. 45 वें व 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू किया जाए ।
आदि मांगों को लेकर विधान सभा पर बड़ी संख्या में हिस्सेदार की
इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने भी अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर पुलिस द्वारा बैरिकेटिंग लगा कर रोकने पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई।
इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेड प्रत्यूष कुमार द्वारा दोनों ज्ञापन लिए गए जिसे उनके द्वारा मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया ।