समग्र विकास हेतु युवा संवाद सत्र में इंटरनेशनल एजुकेटर क्रिस्टीना मोनरो ने किया स्टूडेंट्स से संवाद – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

समग्र विकास हेतु युवा संवाद सत्र में इंटरनेशनल एजुकेटर क्रिस्टीना मोनरो ने किया स्टूडेंट्स से संवाद

देहरादून

दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की और से आज प्रातः युवाओं की आकांक्षाएं और युवाओं के समग्र विकास के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र की परिकल्पना विषय पर एक युवा संवाद सत्र का आयोजन किया गया।

इस सत्र में ईस्ट-वेस्ट सेंटर में युवा दक्षिण एशियाई नेताओं की पहल की वरिष्ठ विशेषज्ञ क्रिस्टिना मोनरो ने पुस्तकालय के युवा पाठकों के साथ विविध मुद्दों पर सार्थक संवाद किया,कार्यक्रम सत्र की अध्यक्षता दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के संस्थापक-अध्यक्ष व सामाजिक विज्ञानी प्रो.बी.के. जोशी ने की. इस अवसर पर पूर्व प्रमुख सचिव, उत्तराखंड शासन विभापुरी दास भी उपस्थित रहीं।

मॊनरो ने कहा कि ईस्ट वेस्ट सेंटर की स्थापना 1960 में हुई थी जिसे भविष्य मे युद्धों को बेहतर समझ से रोका जा सके। ईस्ट वेस्ट सेंटर लीडरशिप के कार्यक्रम संचालित करता है जो दो हफ्ते से लेकर 5 साल तक के होते हैं। उन्होंने अपने नए कार्यक्रम युवा साउथ एशिया लीडरशिप कार्यक्रम के बारे में बताया जिसमें युवाओं का नेटवर्क साउथ एशिया में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र कई कार्यशालाओं की श्रृंखला आने वाली 2 सालों में आयोजित करेगी जिसमें इस वर्ष कोलंबो नेपाल और ढाका में कार्यशाली की जाएगी।

युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक लीडर है इसलिए यहां के युवाओं के और भी जिम्मेवारियां बढ़ जाती है।

साथ ही उन्होंने युवाओं से इस नए कार्यक्रम में रजिस्टर करने के लिए भी प्रेरित किया।

इस सत्र में क्रिस्टिना मोनरो ने उपस्थित युवाओं के साथ प्रश्नोत्तर के माध्यम से सुरुचिपूर्ण ढंग से बातचीत की।

प्रोफेसर बी के जोशी ने इस संवादात्मक सत्र में क्रिस्टिना मोनरो का स्वागत करते हुए कहा कि युवा वर्ग के लिए इस तरह की पहल निश्चित ही महत्वपूर्ण है.उन्होंने कहा की दून पुस्तकालय की ओर से इस तरह के कार्यक्रम आगे भी किये जाने का प्रयास प्रोफे.जोशी ने ईस्ट वेस्ट सेंटर के इतिहास व उसकी महत्वता के बारे में बताया और कहा कि 1974 में उन्हें भी सेंटर से अपना शोध कार्य करने को मिला।

उल्लेखनीय है कि क्रिस्टिना मोनरो अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व शिक्षक और कार्यक्रम निदेशक हैं, जिन्हें 50 से अधिक देशों के पेशेवरों और छात्रों के साथ काम करने का 18 वर्ष का व्यापक अनुभव है। वह वर्तमान में ईस्ट-वेस्ट सेंटर में यंग साउथ एशियन लीडर्स इनिशिएटिव की वरिष्ठ विशेषज्ञ हैं। हाल ही में, उन्होंने पूर्व छात्रों के जुड़ाव कार्यालय का निर्देशन किया, जहाँ उन्हें 70,000 पूर्व छात्रों और 53 पूर्व अध्यायों के नेटवर्क को विकसित करने का श्रेय दिया जाता है।

कार्यक्रम का संचालन यूएनडीपी, उत्तराखंड के कार्यकम सहयोगी अंकित जायसवाल ने किया. धन्यवाद ज्ञापन यूएनडीपी उत्तराखण्ड के प्रमुख डॉ. प्रदीप मेहता ने दिया.

इस अवसर पर दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिट चंद्रशेखर तिवारी, मेघा विलसन,सुन्दर सिंह बिष्ट सहित बड़ी संख्या में दून पुस्तकालय के युवा पाठक उपस्थित रहे।

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