देहरादून
शुक्रवार को राजपुर रोड स्थित वन विभाग के मंथन सभागार में राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने ‘छात्र संसद’ के Intern Nation लीडरशिप दूर को संबोधित किया जिसमें प्रमुख विश्वविद्यालयों के लगभग 60 प्रतिनिधियों प्रतिभाग किया था जो Grass root democracy को मजबूत करने, भारत में स्थानीय चुनाबों की भूमिका एवं उसके उद्देश्य के महत्वपूर्ण विषय पर केंद्रित था।
आईआईटी, आईआईएम और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों (एनएलयू) सहित प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्रओं वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली, देहरादून और मसूरी को कवर करने वाले 7 दिवसीय दौरे में भाग लिया यह दौरा युवा नेतृत्व वाले गैर-लाभकारी संगठन, जीरो आवक्र फाउंडेशन की एक पहल है. जो छात्र संसद कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था।
सत्र के दौरान राज्य निर्वाचन आयुक्ा, उत्तराखण्ड सुशील कुमार ने स्थानीय निकायों को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने में स्थानीय चुनावों की महत्वपूर्ण भूमिका पर एक विस्तृत विचार व्यक्त किये।
उन्होंने प्रतिनिधियों के साथ एक गतिशील संवाद में भाग लिया और छात्र संसद के प्रतिनिधियों द्वारा लोकतंत्र की मजबूती एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को सशका बनाये जाने हेतु उठाये गये प्रश्नों का विस्तरपूर्वक उत्तर दिया।
सत्र में संविधान तथा राज्य के विभागों में ग्रामीण स्थानीय निकाय एवं नगरीय स्थानीय निकायों की संरचना, उनके कार्यक्षेत्र, दायिता एवं अधिकारों पर प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया। ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत तथा नागर निकाय के चयनित प्रतिनिधियों के निर्वाचन की प्रक्रिया पर विस्तार से चचर्चा हुई। राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यक्षेत्र एवं निर्वाचनों के संचालन पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। उत्तराखण्ड राज्य की विषम भौगोलिक एवं प्राकृतिक परिवेश में निर्वाचन के संचालन पर छात्र संसद के प्रतिभागियों ने विशेष रुचि दिखाई।
आयोजकों ने बताया कि इंटर्ननेशन लीडरशिप दौरा एक व्यावहारिक शिक्षण कार्यक्रम है जिसे युवा नेताओं को शासन मॉडल का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करने और सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों के दूरदर्शी लोगों के साथ बातथीत करने के अवसर देने कार्य कर रहा है। नीति निर्माताओं और सरकारी अधिकारियों के साथ प्रतिनिधियों को जोड़कर इस दौरे का उद्देश्य भविष्य में सहयोग को बढ़ावा देना और नेताओं की अगली पीढ़ी को प्रेरित करना है।
इस तरह के शिक्षण अभियान युवाओं को राष्ट्र निर्माण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने और समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आवश्यक हैं। राज्य चुनाव आयुक्त के साथ यह मुलाकात प्रतिनिधियों के देहरादून के दो दिवसीय दौरे का एक मुख्य आकर्षण रही।