देहरादून/उत्तरकाशी
ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से रिप (REAP ) द्वारा जनपद में स्वयं सहायता समूहों को मिल रही सुविधाओं का जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने रविवार शाम निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा रिप परियोजना के अंतर्गत गठित “मां गंगा कलस्टर लेवल फेडरेशन” द्वारा किए जा रहे कार्यों का मौके पर पहुंचकर स्थलीय जायजा लिया तथा सरकार द्वारा मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने कहा कि रिप स्वयं सहायता समूहों की क्षमता बढ़ाने और उन्हें सफल उद्यमी बनाने में सहायता करता है। इसके द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण , उत्पाद विकास,पैकेजिंग, मार्केटिंग और वित्तीय प्रबंधन का कार्य भी किया जा रहा है।साथ ही यह कार्यक्रम स्वयं सहायता समूहों के बीच सामुदायिक भावना को बढ़ावा देने में भी महत्पूर्ण भूमिका निभाता है।
जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को महिला उत्थान की के लिए बेहतर योजना तैयार करने व रिप स्वयं सहायता समूहों को नई तकनीकों की जानकारी दिए जाने और अभिनव विचारों को बढ़ावा देने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने “मां गंगा कलस्टर लेवल फेडरेशन” के सदस्यों को श्री गंगोत्री तथा श्री यमुनोत्री धामों में चढ़ाए गए कपड़े को रिसाइकल किए जाने की संभावना पर विचार कर उन्हें उपयोगी बनाए बनाए जाने को लेकर सुझाव दिया और इस क्षेत्र में समूह द्वारा प्रयास करने को कहा तथा साथ ही महिलाओं को कलेक्शन सेंटर हेतु भूमि चयन कर प्रस्ताव तैयार किए जाने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये।
इस दौरान डीपीएम कपिल उपाध्याय एवं स्वयं सहायता समूह की अनेक महिलाएं उपस्थित रही।