देहरादून
शनिवार को केदारनाथ यात्रा मार्ग सोनप्रयाग के पास अचानक भूस्खलन हो गया। तत्काल ही सभी सुरक्षा टीम और प्रशासन सक्रिय हो गया।
शनिवार सुबह श्रीकेदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग के आगे लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते सम्पूर्ण मार्ग अवरुद्ध हो गया, जिससे प्रशासन को तीर्थयात्रियों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोकनी पड़ी। मार्ग बंद होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्लाइडिंग जोन में फंस गए थे।
स्थिति की गंभीरता को देख SDRF की टीम ने NDRF, जिला पुलिस एवं PWD के साथ समन्वय स्थापित करते हुए तत्काल राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ किया। निरंतर चलाए जा रहे इस रेस्क्यू अभियान के अंतर्गत अब तक कुल 2874 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्लाइडिंग जोन पार कराया जा चुका है, जिनमें 2578 पुरुष, 263 महिलाएं एवं 33 बच्चे शामिल हैं। बचाव कार्य देर शाम तक जारी था।
बताया गया कि मुख्यमंत्री लगातार सचिव आपदा प्रबंधन से संपर्क में हैं और पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राहत व बचाव कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने और यात्रियों व स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही राहत दलों को सक्रिय किया गया और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य, राजस्व व लोक निर्माण विभाग की टीमें राहत कार्यों में जुट गईं। जेसीबी व अन्य मशीनों की सहायता से मलबा हटाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य जारी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत शिविर स्थापित कर भोजन, चिकित्सा और आवास की व्यवस्था की गई है।
वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार , शनिवार को सुबह 4 बजे के आसपास गौरीकुंड में घोड़ापड़ाव से 50 मीटर की दूरी पर केदारनाथ यात्रा मार्ग पर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में भारी मलबा और पत्थर गिरने की सूचना मिली, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वैकल्पिक मार्ग बनाकर यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) से स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। सचिव आपदा प्रबंधन स्वयं राहत कार्यों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं और सभी विभागों को सतर्क व सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय से राहत कार्यों की मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है और आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है। सचिव आपदा प्रबंधन ने राज्य की आपदा प्रबंधन टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।
लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल प्रशासन द्वारा जारी की गई सूचनाओं पर विश्वास करें। किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी राहत केंद्र या कंट्रोल रूम से संपर्क करें।