देहरादून
अनियंत्रित धड़कन हृदय रोग के मरीजों में होने वाली एक बीमारी है जिसमे धड़कन काफ़ी तेज हो जाती है और मरीज को चक्कर आने लगते हैं l।
आमतौर पर यह बीमारी हार्ट के अंदर कुछ तंतुओं की वजह से होता है जिनकी विद्युत संचरण क्षमता असामान्य होती है।
इन बीमारियो का जड़ से इलाज एक प्रोसीजर से किया जाता है जिसको इलेक्ट्रिफ़िजियोलॉजिक्सल स्टडी कहते हैं।
स्पेशलाइज्ड कैथिटर से उन तंतुओं की पहचान की जाती है और रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से उन्हें निष्क्रिय किया जाता है या उनके विद्युत संचरण क्षमता को प्रभावित किया जाता है
कार्डियोलॉजिस्ट ने बताया कि तीन मरीज जिसमे से दो पी एस वि टी और एक फ़ासिक्युलर वीटी के थे उनका 2डी और 3डी इलेक्ट्रो एनाटॉमिक मैपिंग कर के रेडियो फ्रीक्वेंसी एबलेशन किया गया
तीनो मरीजों को एक दिन के हॉस्पिटलाइजेशन के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। पूरे प्रोसीजर के दौरान डॉ ऋचा डॉ साई जीत डॉ अल्फिशा और डॉ शोएब ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।