देहरादून
भारतीय सेना के शौर्य और अदम्य साहस के प्रतीक 1971 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय दिवस के अवसर पर देहरादून के गांधी पार्क में कांग्रेसजनों ने शहीदों की याद में जलाई मोमबत्तियां।
पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि स्वरूप कैंडिल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने कहा कि 16 दिसम्बर, 1971 भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम दिन था जब पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के मजबूत इरादों के चलते भारतीय सेना के शौर्य और अदम्य साहस की बदौलत भारत ने पाकिस्तान पर एक ऐतिहासिक विजय हांसिल की तथा पाकिस्तान का विभाजन कर नये बांग्लादेश का निर्माण किया। पाकिस्तान द्वारा थोपे गये इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपनी बहादुरी से दुश्मनों के दांत खट्टे कर विजय हांसिल की तथा विश्व को यह संदेश देने का काम किया कि भारतीय सैनिक किसी भी परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार हैं।
वक्ताओं ने कहा कि 1971 के भारत पाक युद्ध एवं कारगिल लड़ाई में भी देवभूमि उत्तराखण्ड के वीर सपूतों ने भी अपने प्राणों की आहुत देकर विजय हांसिल की हमें शहीद होने वाले सैनिकों एवं अर्द्ध सैनिक बलों के शहीदों की शहादत का असर न पड़ा हो और हम सबको उस पर गौरव भी है, क्योंकि देवभूमि हमेशा बिना भेदभाव के शहादत देने का ही काम करती है। उन्होंने कहा कि कि कारगिल युद्ध के समय भी यहां के वीर सैनिकों का देश की सीमाओं की रक्षा में बलिदान का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
श्रंद्धाजलि देने वालों में
लालचंद शर्मा पूर्व महानगर अध्यक्ष ,प्रवीन त्यागी, राजकुमार,महेश जोशी पार्षद अर्जुन सोनकर, विरेंद्र बिष्ट,मोहन कुमार काला विनोद कुमार सुनील कुमार बंग्गा,मोहित मेहता मोनी,नवीन रमोला ,विपुल नौटियाल हिमांशु बिष्ट,आशू रतूड़ी, ओमी यादव , दिन दयाल बलूनी,सुबोध वर्मा,संदीप शर्मा,बब्लू,पुनीत सिंह ,अमीर खान , सावित्री थापा ,मंजू चौहान, बिट्टू रावत मौजूद रहें।