पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने विरुद्ध किए जा रहे दुष्प्रचार पर प्रमाण मॉगने पहुॅचे भाजपा प्रदेश मुख्यालय – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने विरुद्ध किए जा रहे दुष्प्रचार पर प्रमाण मॉगने पहुॅचे भाजपा प्रदेश मुख्यालय

देहरादून

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत नेहरु कालोनी फव्वारा चौक पहुंचे। हालाकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी भाजपा कार्यालय तक माच को एकांकी बताया था फिर भी कई कांग्रेस कार्यकर्ता हरीश रावत के नारे लगाते हुए साथ चलते दिखे। पुलिसबल द्वारा भाजपा मुख्यालय को चौतरफा बैरिकेड़ लगाकर घेराबंदी की गई थी परंतु बेरिकेडिंग पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच धक्कामुक्की के उपरांत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भाजपा मुख्यालय तक पहुॅच ही गए, भाजपा मुख्यलय के निकट पहुॅचकर उन्होने सर्वप्रथम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपई को श्रद्धाजंलि व नमन करते हुए कहा कि आज की भाजपा को स्वर्गीय अटल से सीख लेनी चाहिए कैसे सबको साथ लेकर सामाजिक सौहार्द बनाया जाता है।भाजपा के दोस्तो आप मेरी सार्वजनिक छवि को खराब करने के लिए झूठ बोलते हो। चुनौती देने पर प्रमाण देते नहीं हो। इसलिए मै आज आपसे प्रमाण पत्र मॉगने आया हूॅ और कहा कि आप द्वारा छद्म तौर पर संचालित किये जा रहे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों में मुझे पाकिस्तान के लिए जासूसी करता राष्ट्रद्रोही दिखाया गया है। मुझे गोली मार कर मेरी प्रति नफरत आधारित हिंसा को प्रोत्साहित किया गया है। प्रमाण दो मैं पाकिस्तान का जासूस हूं। आपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI कृत्रिम मेघा का दुरुपयोग कर मेरी छवि इस प्रकार प्रस्तुत की है जिससे राज्य का सामाजिक सौहार्द बिगड़े व उसका मैं केंद्र बिंदु बनूं। आपके आईटी सेल उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष ने जिसे अपने आधिकारिक पेज में डालकर प्रचारित.प्रसारित किया है आपने जो दिखाने का प्रयास किया है वैसा मैंने कहां किया उसका प्रमाण दो। उन्होने यह भी कहा कि वर्ष 2017 में आपने मेरे नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया कि हमने जुम्मे की नमाज़ अर्थात शुक्रवार की नमाज पढ़ने के लिए राज्य के सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। जबकि आप व प्रधानमंत्री जानते हैं कि कोई भी सरकार किसी धर्म के त्यौहार का अवकाश तो घोषित कर सकती हैए परंतु धर्म विशेष की प्रार्थना के लिए छुट्टी घोषित नहीं कर सकती है। फिर भी आप सबने मिलकर झूठ फैलाया और अभी तक कथित छुट्टी का गजट नोटिफिकेशन नहीं दिखाया है और राज्य में कहां व किस कार्यालय में शुक्रवार को छुट्टी हुई है या हो रही है अभी तक प्रमाण नहीं दिया है क्योंकि ऐसी कोई भी छुट्टी राजपत्र में अधिसूचित अर्थात गजट नोटिफाइड होती है। आप वह गजट नोटिफिकेशन दिखाइए। राज्य अवकाशों की सूची भी नहीं दिखाई है। कथित चिट्ठी कभी भी आप बनवा सकते हैं। उन्होने यह भी कहा कि आपकी पार्टी व आपके शीर्षस्थ नेताओं ने यह जानते हुए भी कि भारत का संविधान धर्म के आधार व धर्म के नाम पर कोई विश्वविद्यालय या संस्थान खोलने की अनुमति नहीं देता है। वर्ष 2022 के चुनाव में भाजपा व भाजपा के नेताओं ने झूठ बोला कि मैंने यह कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाएगी। मेरे चुनौती देने के बाद भी अभी तक मेरा कोई ऐसा सार्वजनिक बयान जो समाचार पत्रों में छपा हो या मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर मैंने दिया होए मेरे बयान के प्रमाण स्वरूप सार्वजनिक नहीं कर पाए हो।

उन्होंने कहा कि आपके मुख्यमंत्री बार.बार राज्य में आगे भारी डेमोग्राफिक बदलाव की बात करते हैं लेकिन उसका आधिकारिक ब्यौरा नहीं देते हैं। सरकार एक स्वतंत्र सिटिजन सोशियल ऑडिट कमेटी गठित कराए दो माह में उसके अध्ययन को सार्वजनिक करें कि कब किस वर्ष में कितना बदलाव हुआ और आपकी सरकार इस बदलाव को ठीक करने के लिए क्या कदम उठा रही है राज्य में कितने बांग्लादेशी घुसपैठिए पाए गए हैं यह किस वर्ष में आए और इन्हें निकाल बाहर करने के लिए आपने अभी तक क्या.क्या कदम उठाये हैं।

 

वहीं उन्होने अंकिता हत्याकाण्ड़ मे वायरल हो रहे गटटू भटटू व भाजपा के पूर्व विधायक की कथित पत्नी द्वारा वीआईपी का नाम उजागर करने पर भी भाजपा सरकार को घेरा, कहा कि अकिंता की हत्या उत्तराखण्ड़ के आत्मसम्मान की हत्या है और जिस प्रकार से सबूत नष्ट करने को बुल्डोजर चलाया गया, फौरेसिंक तथ्य मिटाए गए वो सब गटटू भटटू को बचाने की साजिश रही है और सर्वोच्च न्यायालय अथवा उच्च न्यायालय के सिटिंग जज मे सीबीआई जॉच सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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