देहरादून/चमोली,थराली
शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना से हुए हादसे में एक युवती समेत दो लोगों की मौत की दुखद खबर है। जबकि घायलों को रेस्क्यू कर हेली सेवा के माध्यम से उपचार के लिए एम्स भेजा गया है। क्षेत्र में भारी बारिश के अलर्ट के चलते स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है। घटनास्थल पर राहत व बचाव दलों के रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। सीएम धामी भी घटना पर नजर रखे हुए हैं।
शुक्रवार देर रात टूनरी गदेरे में बादल फटने से थराली बाजार और आसपास के क्षेत्र में भारी मलबा आ गया था
सूचना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरफ, सेना, आईटीबीपी, एसएसबी और पुलिस की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई थी। रेस्क्यू के दौरान मलबे में दबी सगवाड़ा की एक युवती का शव बरामद किया गया। जबकि चेपड़ो के एक अन्य लापता व्यक्ति की तलाश जारी है। हादसे में 11 लोग घायल बताए गए हैं। जिलाधिकारी संदीप तिवारी भी मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
प्रशासन द्वारा आपदा प्रभावितों के लिए राजकीय पॉलिटेक्निक कुलसारी और शहीद भवानीदत्त इंटर कॉलेज चेपड़ो को रिलीफ सेंटर बनाया है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों के साथ ही राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है।
पीड़ितों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी चमोली, सीओ कर्णप्रयाग व सीएफओ चमोली मौके पर मौजूद रहकर राहत एवं पुनर्वास कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं
थराली आपदा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रशासन से जानकारी हासिल करने के साथ ही सोशल मीडिया के जरिए मदद का आश्वासन दिया है। सीएम धामी ने बताया कि जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, पुलिस और अन्य रेस्क्यू टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी है। वह खुद स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। सीएम धामी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी फोन पर बादल फटने की घटना और नुकसान की जानकारी ली।
थराली आपदा और भारी बारिश के मद्देनजर आज थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंड के सभी विद्यालयों में अवकाश की घोषणा के चलते शनिवार को सभी स्कूल आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहे । प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
थराली आपदा के छह घायलों को इंटर कॉलेज चेपड़ो के मैदान से एयर एंबुलेंस के जरिए एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया है। जिनमें बलवंत सिंह, गिरीश चंद्र, प्रकाश चंद्र, शम्भू प्रसाद, जसपाल सिंह व हेमवंत रावत शामिल रहे।