कोटद्वार
बीते दो जून को एकेश्वर ब्लॉक के मुण्डियाप गांव में गुलदार के हमले में ग्रामीण की मौत के बाद वन विभाग की दो टीमें क्षेत्र में बनी हुई हैं।
विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिये क्षेत्र में तीन पिंजरे भी लगाये जा चुके हैं। इसके अलावा लगातार ड्रोन सहित अन्य उपकरणों से गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने का प्रयास किया जा रहा है।
6 दिन पहले ही दो जून को मुण्डियाप गांव में गुलदार ने स्थानीय ग्रामीण पूरण सिंह को मार डाला था। इस घटना के बाद वन विभाग द्वारा प्रभावी कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। विभाग की टीम गुलदार प्रभावित क्षेत्र में लगातार कांबिंग कर रही है। गढ़वाल वन प्रभाग की उप प्रभागीय वनाधिकारी आईशा बिष्ट के अनुसार उच्च अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग की टीम मौके पर निगरानी कर रही है,साथ ही क्षेत्र में ड्रोन, कैमरा ट्रैप्स और दूरबीन की मदद से गुलदार की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। फिलहाल आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की अनुमति मिलने पर क्षेत्र में तीन पिंजरे लगाने के साथ ही ट्रेंकुलाइजिंग टीम भी तैनात की गई है। विभाग द्वारा ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए दो टीमें गठित की गई हैं। एक टीम गुलदार की गतिविधि पर नजर रख रही है, जबकि दूसरी टीम ग्रामीणों से संवाद और रात्रि गश्त के जरिए उन्हें भयमुक्त करने का प्रयास कर रही है। विभाग की टीम द्वारा घटना के बाद से ही नियमित रात्रि गश्त जारी रखी गई है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से रात्रि के समय अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की भी अपील की है। विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि लोगों को समय-समय पर उचित जानकारी व परामर्श अवश्य प्रदान किया जाय। उप प्रभागीय वनाधिकारी के अनुसार मृतक के परिजनों से वन विभाग की टीम द्वारा मुलाक़ात कर उन्हें नियमानुसार मुआवज़ा प्रदान किए जाने हेतु आवश्यक प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई है। इस संबंध में सभी आवश्यक प्रशासनिक कार्यवाही प्रगति पर है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर भरोसा न करें और विभाग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। क्षेत्र की सुरक्षा एवं सामान्य स्थिति की बहाली हेतु वन विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है।