देहरादून/हल्द्वानी
गौलापार में 10 वर्षीय अमित की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए छह दिन बाद बच्चे का सिर और दाहिना हाथ बरामद कर लिया है। घटना 4 अगस्त को सामने आई थी, जब अमित के पिता खूबकरन मौर्य ने काठगोदाम थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
5 अगस्त को पुलिस ने आरोपी मोहन चंद्र जोशी के बाड़े में प्लास्टिक के कट्टे के अंदर दबा हुआ अमित का शव बरामद किया था, जिसमें सिर और दाहिना हाथ गायब था। इस मामले में गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने तीन विशेष सर्च टीमें गठित कीं थीं। जांच में पुलिस ने कोई एंगल नहीं छोड़ा और सीसीटीवी फुटेज, डॉग स्क्वॉड, ड्रोन कैमरा और एफएसएल की मदद भी ली।
पुलिस के अनुसार आरोपी शातिर किस्म का है और तांत्रिक क्रियाओं में लिप्त रहा है। वह बार-बार जांच को गुमराह करता रहा। उसकी मानसिक जटिलताओं को देखते हुए मनोचिकित्सक डॉ. युवराज पंत की विशेष रूप से मदद ली गई।
9 अगस्त को रक्षाबंधन के रोज संदिग्ध निखिल जोशी से गहन पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह बच्चे को घिनौने इरादे से अपने साथ के गया था। विरोध करने पर उसने बच्चे की गला दबाकर हत्या कर डाली और समय की कमी के चलते शव को जल्दबाजी में बाड़े में ही दबा दिया। सिर और दाहिना हाथ उसने गोठ में कबाड़ के नीचे छिपा दिया, जहां से पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दोनों अंग और बच्चे की चप्पल बरामद की।
38 वर्षीय निखिल जोशी, पुत्र मोहन चंद्र जोशी, निवासी पश्चिमी खेड़ा गौलापार को गिरफ्तार कर लिया गया है। सफल अनावरण पर आईजी कुमाऊं ने पुलिस टीम को ₹5000 और एसएसपी नैनीताल ने ₹2500 का इनाम देने की घोषणा की है।