देहरादून
राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड एवं बियान्ड मेन्टॉर संस्था के मध्य राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशन मंे समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस समझौते के तहत बियान्ड मेन्टॉर संस्था द्वारा राज्य के कुल 100 राजकीय विद्यालयों में कृत्रिम बुद्धिमता (ए0आई0) कैरियर लैब्स संचालित की जायेंगीं। डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड द्वारा अवगत कराया गया कि इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को कैरियर मार्गदर्शन एवं भविष्य में आवश्यक कौशलों से सशक्त बनाना है।
साथ ही इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) आधारित आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना तथा उन्हें करियर चयन, व्यक्तिगत योग्यता मूल्यांकन और भविष्य के रोजगार अवसरों की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करना है।
नोडल अधिकारी, एनजीओ डॉ.बीपी मैन्दोली द्वारा अवगत कराया गया कि कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालयों के विद्यार्थी डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए करियर संबंधी परामर्श, क्षमता परीक्षण, तथा विभिन्न व्यावसायिक विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
साथ ही यह पहल राज्य के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी और उन्हें राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाएगी। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि यह समझौता ज्ञापन शिक्षा में तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करने में सहायक सिद्ध होगी।
Beyond Mentor के सीईओ सौरव कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि “AI Enabled Career Lab” विद्यार्थियों को व्यक्तिगत स्तर पर विश्लेषण आधारित सुझाव प्रदान करेगा, जिससे वे अपने रुचि एवं योग्यता के अनुसार सही करियर दिशा चुन सकेंगे।
कार्यक्रम के दौरान वीसी थपलियाल, समन्वयक, विधि तथा Beyond Mentor संस्था के राज्य प्रमुख जगमोहन सिंह नेगी भी उपस्थित रहे।