देहरादून/उत्तरकाशी
उत्तरकाशी में धराली के खीर गंगा में आई फ्लड की सूचना मिली जरूर लेकिन जानकारी के अनुसार वहां तीन जगह बादल फटने आ असर देखा गया।
इस बात को तब ज्यादा बल मिला जब सेना ने हर्षिल कैंप से अपने 10 जवानों के लापता होने की सूचना दी। यह जवान कथित तौर पर राहत कार्यों के दौरान संपर्क से बाहर हो गए हैं।
मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार पहली घटना धराली गांव में हुई, जहां भीषण मची तबाही।
दूसरी घटना दोपहर करीब 3 बजे हर्षिल और गंगनानी के बीच सुक्की टॉप के पास दर्ज की गई।
इसके साथ ही तीसरी घटना हर्षिल आर्मी कैंप के पास तेलगाड़ क्षेत्र में हुई, जहां मलबा जमा होने से कृत्रिम झील बन गई और भागीरथी नदी के बहाव में अवरोध उत्पन्न हो गया। इसी झील के पानी में हर्षिल में बना सेना का हैलीपैड भी जलमग्न हो गया।
धराली क्षेत्र की तबाही के चलते प्रशासनिक फोकस वहीं केंद्रित रहा, जिसके चलते आसपास की दूसरी घटनाओं की जानकारी ढंग से सामने नहीं आ पाई।
हालांकि SDRF NDRF के साथ ही सेना और आईटीबीपी के जवान भी राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
देर रात तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि, मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आपदा के समय क्षेत्र में हारदुध मेला भी चल रहा था, जिसमें दूरदराज से बड़ी संख्या में आए लोग मौजूद बताए गए है।
