आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) से इंसान जैसी कार्य करने की क्षमता जरूर विकसित की जा सकती है लेकिन सोच व समझ नहीं,कविता का कोई विकल्प नहीं है.. डॉ.अशोक चक्रधर – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) से इंसान जैसी कार्य करने की क्षमता जरूर विकसित की जा सकती है लेकिन सोच व समझ नहीं,कविता का कोई विकल्प नहीं है.. डॉ.अशोक चक्रधर

देहरादून/रामनगर

कवि सम्मेलन समिति के राष्ट्रीय अधिवेशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) पर पदमश्री डा. अशोक चक्रधर बोले कि कविता का कोई विकल्प नहीं हो सकता। एआइ से इंसान की तरह कार्य करने की क्षमता विकसित की जा सकती है लेकिन सोच व समझ नहीं। मोहन स्थित रिसोर्ट के सभागार में संपन्न अधिवेशन के दूसरे सत्र में बढ़ती आधुनिकता कवि सम्मेलन के लिए घातक विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई।

डा. हरिओम पंवार और पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा ने लगभग सवा सौ राष्ट्रीय कवियों के साथ संवाद किया। समिति के सह सचिव चिराग जैन के संचालन में दर्जन भर प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। निर्णायक मंडल की भूमिका पवन जैन, डा. कीर्ति काले व जैनेंद्र कर्दम ने निभाई। जिसमें पक्ष में प्रीति त्रिपाठी, विपक्ष में मोहित शौर्य व लीला सेठी प्रथम आई। इसके बाद कवि सम्मेलन समिति के अध्यक्ष अरुण जैमिनी द्वारा अधिवेशन के समापन की घोषणा की गई।

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