देहरादून
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा ने उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं भारत रत्न स्व0 गोविन्द बल्लभ पन्त जी की जयन्ती पर भावभीनी श्रद्वाजंलि अर्पित की।
इस अवसर पर करन माहरा ने स्व. पन्त का स्मरण करते हुए कहा कि स्व. पन्त एक राजनितज्ञ, एक महान सुधारक, कानूनविद्, कुषल प्रषासक, लोकप्रिय और आधुनिक उत्तर प्रदेष के निर्माण की नींव रखने वाले एवं भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण स्तम्भ थे। वे भारत के ऐसे वास्तुकारों मंे से एक थे, जिन्होंने देष व समाज के गरीब, असहाय, दलित, षोशित व पिछड़े वर्गों के लिए एक समाज सुधारक के रूप अनेकों काम किये हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व केन्द्रीय गृह मंत्री के रूप में भी उन्होंने राश्ट्र का मस्तक ऊॅचा किया है। हम उत्तराखण्डवासियों को सदैव उन पर गर्व रहेगा।
करन माहरा ने कहा कि पंत के जीवन चरित्र पर कहा कि वे अल्मोडा और रानीखेत में वकालत करते हुए सार्वजनिक कार्यो मेे सक्रिय हो गये थे। उनके प्रयत्नों से ’’कुमाऊॅ परिशद’’ की स्थापना हुई, इसी परिशद के माध्यम से उन्होंने कुमाऊॅ परिशद ’’कुली बेगार’’ की अपमानजनक प्रथा का अन्त किया। उन्होंने कहा स्व. पंत महात्मा गांधी जी के आह्वान पर असहयाोग आन्दोलन के रास्ते सक्रिय राजनीति में आये। उन्होंने कहा कि उनके अथक प्रयासों से उत्तर प्रदेष के विकास को एक नई दिषा मिली।
स्व0 पंत की जयन्ती के असवर पर प्रदेष मुख्यालय में कार्यकर्ताओं ने उत्तराखण्ड के सपूत को भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्वासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, प्रदेष महामंत्री नवीन जोषी, राजेन्द्र षाह, याकूब सिद्विकी, विनोद चौहान, महानगर कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, शिशुपाल सिंह बिश्ट, ष्याम सिंह चौहान, षैलेन्द्र करगेती, मंगल सिंह, ज्योति बडोनी, षरीफ बेग, आदि उपस्थित थे।