देहरादून
उत्तराखण्ड के पवतीय क्षेत्रों में मुश्किल हालातो के बीच स्वास्थ्य सेवाओं को आसान बनाने के लिए पहली बार इतनी बड़ी पहल हुई है।
यह रेडक्लिफ लैब्स की शुरुआत है, जिसने इस पहल के तहत उत्तरकाशी से दून के बीच का 60 किलोमीटर का हवाई सफर मात्र 88 मिनट में पूरा करते हुए ड्रोन के माध्यम से सैंपल लेकर प्रदेश की राजधानी पहुंचा दिया। अब दस जून से रेडक्लिफ यहां से इस तरह की रोजाना दो ड्रोन उड़ानें शुरू करने जा रही है ।
बताते चलें कि रेडक्लिफ ने देहरादून से उत्तरकाशी के बीच कॉमर्शियल बीवीएलओएस ड्रोन उड़ानें शुरू की हैं। 19 मई को उत्तरकाशी-देहरादून के लिए सुदूर पहाड़ियों में अपना पहला कॉमर्शियल ड्रोन कॉरिडोर खोलकर स्काई एयर के साथ मिलकर यह पहल की है।
इस टेस्टिंग के दौरान पांच किलो का भार लेकर उत्तरकाशी से देहरादून तक ड्रोन सफलतापूर्वक 88 मिनट में पहुँच गया। जबकि बात की जाए सड़क मार्ग की तो सड़क मार्ग से होते हुए आप उत्तरकाशी से देहरादून तक के सफर को 5 घण्टे से अधिक में पूरा कर पाते हैं।
रेडक्लिफ कम्पनी इस ड्रोन सेवा के माध्यम से दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में नियमित पैथोलॉजी टेस्ट, एडवांस्ड जेनेटिक स्क्रीनिंग, प्रजनन स्वास्थ्य में रिसर्च आधारित डीएनए परीक्षण, कैंसर और स्वास्थ्य, फिटनेस आदि की सुविधाएं देने जा रहा है।
कम्पनी की माने तो 10 जून से रोजाना सैंपल कलेक्शन के लिए दो उड़ानें दून-उत्तरकाशी के बीच संचालित होने जा रही हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस सेवा में लगी ड्रोन उत्तरकाशी जाकर सैंपल लेकर वापस दून तक आएंगी। यहां उसी दिन जांच होने के बाद रिपोर्ट ऑनलाइन भेज दी जाएगी। इस शुरुआत से आने वाले दिनों में पहाड़ में ड्रोन से स्वास्थ्य सुविधाएं देने की राह आसान हो जाएगी। उत्तरकाशी के कई जन प्रतिनिधिनियो ने इस पहल का स्वागत किया है।