देहरादून/मसूरी
उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में भर्तियों में गड़बड़ी पर त्रिवेंद्र रावत का बड़ा बयान सामने आया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करने पर विचार करना चाहिए। गड़बड़ी की बात पहले भी कई बार सामने आ चुकी है। ऐसे में यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड में भी आयोग भंग करने की सिफारिश की गई है।
रिपोर्टस के अनुसार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के सुरकंडा देवी में पौधरोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया के सवालों पर उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक मामले को गंभीर बताया।
उन्होंने कहा कि जब मैं सीएम था तब भी इस तरह की घटना सामने आई था। उत्तर प्रदेश में भी एक बार अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का गठन किया गया था। उसमें हुए घोटालों के कारण यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करना पड़ा था। ऐसा ही अब उत्तराखंड में भी हो रहा है।
उन्होने कहा कि हमारे बच्चों के भविष्य से खेलने का काम शॉर्टकट नीति अपनाने वाले लोग कर रहे हैं और चयन आयोग की एजेंसी को प्रभावित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरीके के घोटाले प्रदेश में हो रहे हैं तो सरकार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी घोटाले में शामिल हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।