देहरादून /हल्द्वानी, नैनीताल
उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025 में नैनीताल जिले की सबसे चर्चित जिला पंचायत सीट वार्ड संख्या 21, रामड़ी-आनसिंह (पनियाली) पर भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
हॉट सीट बनी निर्दलीय प्रत्याशी और प्रो. छवि बोरा कांडपाल ने भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी एवं निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया को कड़े मुकाबले में हरा दिया।
बताते चलें कि नैनीताल की इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के लिए जीत नाक का सवाल बनी थी। पार्टी ने अपने वरिष्ठ प्रचारकों की में सात बार के विधायक और पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, वर्तमान सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट सहित कई बड़े चेहरे शामिल थे। बावजूद इसके बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी के जिला मंत्री रह चुके प्रमोद बोरा ने पार्टी से बगावत कर अपनी पत्नी छवि बोरा कांडपाल को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार दिया था। पार्टी ने अनुशासनहीनता के चलते प्रमोद बोरा को जिला मंत्री पद से हटा दिया, लेकिन वे अब भी भाजपा के सदस्य बताए जा रहे हैं।
शिक्षिका से नेता बनीं छवि बोरा
कांडपाल हल्द्वानी महिला महाविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने शिक्षा जगत को अलविदा कहकर अपने पति की पहल पर पहली बार राजनीति में कदम रखा और चुनाव लड़के जीत दर्ज करवाई।
पहले राउंड की मतगणना से ही उन्होंने बढ़त बना ली थी, जो अंत तक कायम रही। जीत के बाद छवि बोरा के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और ढोल-नगाड़ों के साथ विजय का जश्न मनाया गया।
छवि बोरा का विजयी संदेश
चुनाव जीतने के बाद छवि बोरा कांडपाल ने बातचीत में कहा, मैं समाज सेवा के उद्देश्य से चुनाव मैदान में उतरी थी। जनता ने जो भरोसा दिखाया, उसके लिए मैं आभारी हूं। मैंने जो वादे किए हैं, उन्हें पूरी निष्ठा से पूरा करने की कोशिश करूंगी।
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में वे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में भी शामिल होंगी।
हालांकि परिणाम आने और विजयी होने के बाद छवि बोरा और उनके पति प्रमोद बोरा ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या छवि बोरा जिला पंचायत अध्यक्ष की रेस में बाज़ी जीत पाती हैं या सिर्फ जिला पंचायत सदस्य बनकर रह जाएंगी।