देहरादून
उत्तराखण्ड में पत्रकारिता की आड़ में एक कथित पत्रकारों के एक गैंग पर पुलिस ने 50 लाख की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस से प्राप्त सूत्रों के अनुसार काल सेंटर संचालकों से 50 लाख रुपये की रंगदारी माँगने व वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने के मामले मे 7 न्यूज पोर्टल संचालकों के विरुद्व थाना पटेलनगर में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 अप्रैल को यश शर्मा पुत्र जितेन्द्र शर्मा निवासी 102 ओर्चिड अपार्टमेन्ट इंजीनियर्स एन्क्लेव देहरादून ने थाना पटेलनगर पर एक लिखित तहरीर दी। तहरीर में बताया कि वह अपने सहयोगियों आकाश शर्मा, व विशाल नायर के साथ मेहूँवाला के एक घर मे एक कॉल सेन्टर बनाने के लिए सेट अप किया था।
10 अप्रैल की शाम के लगभग 8 बजे कुछ लोग आये और कहने लगे कि तुम लोग फर्जी कॉल सेन्टर चला रहे हो। उन लोगों ने हमारे फोन जमा करवा लिये व लैपटॉप व अन्य पूरा सामान एक जगह पर रखवा दिया ।
वे सभी 50 लाख रुपये की माँग करने लगे। हम लोगो ने हाथ पैर जोड़े व माफी माँगी । हमारी बात 5 लाख रुपये में तय हो गयी। फिर उन लोगो ने हमे बताया कि हम लोग न्यूज़ पोर्टल वाले है और हमारी फोटो व वीडियो भी बनायी । और कहा कि यदि तुमने 5 लाख रुपये नही दिये तो हम तुम्हारी वीडियो वायरल कर देंगे और हमारे साथ मारपीट भी की। उन लोगों ने अपना नाम 1- अमन कुमार (न्यूज बदलाव), 2- रंजीत सिह (न्यूज बदलाव),
,3- सलमान (न्यूज ट्रू मीडिया)
4-परवेज अंसारी, 5-सोनिया बालियान (राईसिंग पोस्ट), 6-बॉबी (इण्डिया न्यूज चैनल),7- रोहिना (खबर 24) बताया।
इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त पत्रकारों के विरुद्व थाना पटेलनगर पर मुकद्दमा पंजीकृत किया गया विवेचना उ0नि0 संजीत कुमार चौकी प्रभारी आईएसबीटी के सुपुर्द की गई।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में कई लोगों ने न्यूज पोर्टल को धंधा बना लिया है। पत्रकारिता से कोसो दूर कई लोग ‘पत्रकार’ बन धंधा कर रहे हैं। राज्य के सूचना विभाग में अभी लगभग 350 न्यूज पोर्टल पंजीकृत है। कुछ ही दिनों में यह संख्या 600 से ऊपर पहुंच जाएगी।
इस संबंध में पत्रकारके हितों के लिए कार्य कर रही उत्तराखंड पत्रकार यूनियन की ओर से भी डीआईजी/ एसएसपी को ज्ञापन दिया गया है। अवैध वसूली करने वाले पत्रकारों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। सूचना विभाग को यह कड़ी जांच कर व नियम बनाकर गैर पत्रकारों के पोर्टल को तुरंत रद्द करना चाहिए।