देहरादून
प्रदेश की राजधानी देहरादून पुलिस ने विदेशी घुसपैठ की एक गंभीर साजिश का पर्दाफाश किया है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत चलाए जा रहे सघन अभियान में पुलिस, एलआईयूं और एसओजी की संयुक्त टीम ने पटेल नगर थाना क्षेत्र से दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार कर एक बड़े नेटवर्क की पोल खुली है।
गिरफ्तार की गई दोनों महिलाओं की पहचान यासमीन पुत्री मोहम्मद तोहिद मियां (निवासी सिलहट नगर निगम, सिलहट, बांग्लादेश) और राशिदा बेगम पुत्री मोहम्मद उल्ला (निवासी चटग्राम, बांग्लादेश) के रूप की गई है। ये महिलाएं पूजा विहार, चंद्रबनी इलाके में लंबे समय से रह रही थीं और मासूम नागरिक बनकर स्थानीय लोगों को भ्रमित कर रही थीं।
पूछताछ में गिरफ्तार की गई महिलाओं ने कबूल किया कि वे पश्चिम बंगाल बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थीं। उनके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र और परिवार रजिस्टर बरामद हुए हैं। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला केवल दो महिलाओं की अवैध मौजूदगी तक सीमित नहीं है, बल्कि देहरादून में सक्रिय एक गुप्त विदेशी नेटवर्क की ओर संकेत करता है, जो भविष्य में राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता था।
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन कालनेमि के तहत पहले भी पांच बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा चुका है, जबकि सात अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है। अब इन दोनों महिलाओं को भी कानूनी प्रक्रिया के तहत वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सत्यापन अभियान और तेज़ करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध घुसपैठ की सूचना मिलने पर तत्काल कठोर कार्रवाई करें।