देहरादून
चैतन्य महाप्रभू नामहट श्री जगन्नाथ मन्दिर नया गांव हाथीबड़कला, देहरादून द्वारा पूर्व वर्ष की भाँति इस वर्ष भी भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया गया। लीचीबाग न्यू कैंट रोड हाथीबडकला से नया गांव, अनारवाला, जोहडी गावं में यात्रा का विश्राम हुआ।
यहाँ पर पूर्व सैनिक कल्याण समिति ने रथ यात्रा का स्वागत किया। यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। यात्रा में बैंड-बाजा, ढोल दमाऊ, भगवान की सुन्दर झाँकियाँ, शिव पार्वती नृत्य करते हुए यात्रा की शोभा बढ़ रहे थे। बालिकाओं द्वारा भगवान जगन्नाथ के आगे नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई।
महिलाओं एवं पुरुषों द्वारा भगवान का हरि सकृतन कर नृत्य करते हुए हरे कृष्ण महामंत्र का उच्चारण करते हुए आगे-आगे नंगे पाँव चल रहे थे। यात्रा के दौरान न्यू कैंट रोंड़ में दुकानदारों व व्यापार मण्डल के श्रद्धालुओं ने यात्रा का स्वागत किया। काबीना मंत्री गणेश जोशी ने अपने सरकारी आवास पर भगवान की आरती उतारी एवं प्रसाद वितरण किया।
इस क्रम में सैन्टिरीयों मॉल में भी भगवान का भव्य स्वागत हुआ। नया गांव में भक्तों द्वारा घर के आंगन में रंगोली बनाकर भगवान की आरती उतारकर यात्रा का स्वागत किया गया। मार्ग में स्थान स्थान पर अनारवाला में श्रद्धालुओं ने शरबत व लस्सी बांटकर भगवान जगन्नथ का स्वागत किया, तत्पश्चात जोहड़ी गांव में यात्रा का विश्राम हुआ। सभी भक्तजनों ने अंतिम चरण तक उत्त्साह के साथ यात्रा में भाग लिया।
चैतन्य महाप्रभू नामहट श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस यात्रा का उद्देश्य उत्तराखण्ड वासियों को भगवान जगन्नाथ की कृपा प्राप्त कराना है। इस नामहट की स्थापना चैतन्य महाप्रभू गौलैय मठ के संस्थापक आचार्य अष्ठोता त्रिंतंडी स्वामी भक्ति प्रसाद विष्णु महाराज ने की। जो कि पूरे विश्वभर में शुद्ध भक्ति और सनातन धर्म का प्रचार कर रहे हैं।
नामहट के संचालक हायग्रिव दास जी ने भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा के महत्व की कथा सुनाई, तत्पश्चात जगन्नाथ जी रथ पर आरूड होकर सभी को दर्शन दिए।
कार्यकम में विशेष अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,विधायक विनोद चमोली, मेयर सौरभ थपलियाल,पूर्व मेयर सुनील उनियाल,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अशोक बर्मा, मो. शाहिद,कांग्रेस प्रदेश सचिव टीटू त्यागी,की धर्मपत्नी निर्मला जोशी, नेहा जोशी, वंदना बिष्ट, अशोक गुप्ता, मनोज क्षेत्री, ओमप्रकाश बवाड़ी, सुन्दर पयाल आदि ने शिरकत की।
कार्यक्रम का संचालन राधाकांत दास ने किया व कार्यकम को सुचारू रूप से चलाने में मुख्यतः निम्न भक्तों का योगदान रहा- वैष्णव दास प्रभू, नया वृन्दावन धाम मंदिर भानियावाला एवं ललिता प्रसाद बृन्दावन दास, लोकनाथप्रभु आदि सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था के सागर में डुबकी लगाई।